नयी दिल्ली, 24 जनवरी 2025:
गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर कर्तव्य पथ पर उत्तर प्रदेश की 13 लखपति दीदियां भारत की सांस्कृतिक विविधता और सैन्य कौशल के भव्य प्रदर्शन की साक्षी बनेंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देशभर के प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों के साथ ये विशेष महिलाएं भी इस ऐतिहासिक समारोह का हिस्सा होंगी। संघर्षपूर्ण परिस्थितियों में आर्थिक स्वतंत्रता और आत्मनिर्भरता की मिसाल बनने वाली इन महिलाओं को केंद्र सरकार ने विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया है।
ये महिलाएं न केवल अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही हैं, बल्कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से समाज के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं। इस बार के गणतंत्र दिवस समारोह को केंद्र सरकार ने राष्ट्र निर्माण में योगदान देने वाले लोगों को समर्पित किया है। समारोह के लिए पूरे देश से 34 श्रेणियों में 10,000 विशेष अतिथियों को आमंत्रित किया गया है।
संघर्ष से सफलता तक का सफर
यूपी की ये 13 लखपति दीदियां अलग-अलग पृष्ठभूमियों से आती हैं, लेकिन इन सभी में एक समानता है – अपने परिश्रम और संकल्प के दम पर विपरीत परिस्थितियों में सफलता हासिल करना। उदाहरण के लिए, सोनभद्र की विनीता ने डेयरी उद्योग से अपने परिवार को स्थिर आर्थिक स्थिति प्रदान की। गौतम बुद्ध नगर की सीमा ने प्रेरणा कैंटीन शुरू कर मासिक 40,000 रुपये कमाए। वहीं, बिजनौर की सरिता दुबे और देवरिया की मीना देवी जैसे अनेक उदाहरण महिला सशक्तिकरण की कहानियां गढ़ते हैं।
योगी सरकार की पहल और महिला सशक्तिकरण का जीवंत उदाहरण
योगी सरकार और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ने महिलाओं को स्वरोजगार और उद्यमिता के लिए प्रोत्साहित किया, जिससे ये महिलाएं न केवल आत्मनिर्भर बनीं, बल्कि अपने परिवार और समुदाय के लिए भी समृद्धि का माध्यम बनीं।
गर्व का क्षण
राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की निदेशक दीपा रंजन ने कहा कि गणतंत्र दिवस समारोह में यूपी की लखपति दीदियों की उपस्थिति उत्तर प्रदेश के लिए गर्व का क्षण है। ये महिलाएं आत्मनिर्भरता और सशक्तिकरण का प्रतीक हैं। उनकी कहानियां देशभर के लाखों लोगों को प्रेरित करेंगी और यह साबित करेंगी कि सही अवसर मिलने पर महिलाएं हर क्षेत्र में इतिहास रच सकती हैं।