
नई दिल्ली, 15 फरवरी 2025
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा अपने देश में अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई के बाद यह निर्वासितों का दूसरा जत्था है। पीटीआई के अनुसार, निर्वासित 119 लोगों में से 67 पंजाब से, 33 हरियाणा से, आठ गुजरात से, तीन उत्तर प्रदेश से, दो-दो गोवा, महाराष्ट्र और राजस्थान से तथा एक-एक हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर से हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका से निर्वासित भारतीय नागरिकों को लेकर तीसरी उड़ान के 16 फरवरी को अमृतसर पहुंचने की उम्मीद है, इससे पहले दो उड़ानें यहां पहुंच चुकी हैं।5 फरवरी को 104 अवैध भारतीय अप्रवासियों को लेकर एक अमेरिकी सैन्य विमान अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरा। इनमें से 33 हरियाणा, 33 गुजरात और 30 पंजाब के थे।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शुक्रवार को एक और निर्वासन उड़ान के आगमन पर केंद्र की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि सरकार जानबूझकर पंजाब की छवि खराब करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने केंद्र पर राज्य को बदनाम करने की साजिश रचने का आरोप लगाया।
मान ने शुक्रवार को अमृतसर में संवाददाताओं से कहा, “भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार हमेशा पंजाब के साथ भेदभाव करती है। वह राज्य को बदनाम करने का कोई मौका नहीं छोड़ती।” उन्होंने कहा, “एक साजिश के तहत वे पंजाब और पंजाबियों को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।”
मान ने केंद्र से दूसरे निर्वासन उड़ान के लिए अमृतसर हवाई अड्डे का चयन करने के लिए इस्तेमाल किए गए मानदंडों पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा, “अमृतसर को क्यों चुना गया? केंद्र और विदेश मंत्रालय को बताना चाहिए। राष्ट्रीय राजधानी को क्यों नहीं चुना गया? यह पंजाब और पंजाबियों को बदनाम करने की एक जानबूझकर की गई कोशिश है।”
इस बात पर प्रकाश डालते हुए कि निर्वासन एक राष्ट्रीय मुद्दा है, मान ने तर्क दिया कि इसे इस तरह से चित्रित किया जा रहा है जैसे केवल पंजाबी ही अवैध रूप से प्रवास करते हैं।






