
अमदाबाद, 26 फरवरी 2025
महाशिवरात्रि उत्सव से एक दिन पहले मंगलवार को गुजरात के देवभूमि द्वारका जिले में एक मंदिर से चोरी हुआ पत्थर का ‘शिवलिंग’ मिला, जिसके बाद इसे बरामद करने और संदिग्धों को पकड़ने के लिए बहु-एजेंसी अभियान शुरू किया गया।
यह घटना कल्याणपुर में अरब सागर के तट पर स्थित श्री भीडभंजन भवनीश्वर महादेव मंदिर में घटी, जो प्रसिद्ध तीर्थ स्थल हरसिद्धि माताजी मंदिर के निकट है।
एक अधिकारी ने बताया कि इस प्राचीन शिव मंदिर के पुजारी को उस समय आश्चर्य हुआ जब उन्होंने पाया कि शिवलिंग को उसके स्थान से उखाड़ दिया गया है और आधार सहित उसे चोरी कर लिया गया है। पुलिस इंस्पेक्टर आकाश बरसिया ने कहा, “मंदिर में अन्य सभी वस्तुएं अपनी जगह पर बरकरार हैं।”
उन्होंने कहा, “शिवलिंग का आधार पास के समुद्र तट पर पड़ा हुआ पाया गया, जिसके बाद स्कूबा गोताखोरों की एक टीम को समुद्र के पानी के अंदर चोरी किए गए शिवलिंग की खोज के लिए लगाया गया, क्योंकि संभावना है कि इसे समुद्र में फेंक दिया गया हो।”
पुलिस ने बताया कि मामले की जांच के लिए फोरेंसिक विशेषज्ञों और श्वान दस्ते के साथ स्थानीय अपराध शाखा, विशेष अभियान समूह और स्थानीय पुलिस की अलग-अलग टीमें गठित की गई हैं। उन्होंने बताया कि भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 305 के तहत चोरी के आरोप में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है तथा तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
पुजारी ने बताया कि जब वह मंदिर परिसर में पहुंचे तो उन्होंने दरवाजा खुला पाया। अंदर जाकर देखा तो शिवलिंग गायब था, जिसके बाद उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
यह घटना महाशिवरात्रि से एक दिन पहले हुई, जो भगवान शिव के सम्मान में प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला त्यौहार है। माना जाता है कि जिस मंदिर में यह घटना हुई, वह सदियों पुराना है।
ऐसा माना जाता है कि शिवलिंग भगवान शिव की ब्रह्मांडीय ऊर्जा का प्रकटीकरण है और इसे सृजन, संरक्षण और विलय के प्रतीक के रूप में पूजा जाता है।






