अनिता चौधरी
भुज, 16 सितम्बर 2024
प्रधानमंत्री मोदी मेक इन इंडिया के तहत देश वासियों को सोमवार, 16 सितंबर को यानी आज एक बेहद महत्वपूर्ण सौग़ात देने जा रहे हैं जो रेल मार्ग की यात्रा में मील का पत्थर बनने जा रहा है । नमो भारत रैपिड ट्रेन परियोजना में विस्तार के साथ भारत सरकार एक कदम आगे बढ़ते हुए प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर देश को पहली नमो भारत रैपिड ट्रेन का सौग़ात देने जा रही है । भारत की पहली नमो भारत रैपिड ट्रेन गुजरात के भुज से अहमदाबाद तक का सफ़र तय करेगी और बीच के 9 स्टेशनों का सफ़र तय करते हुए भुज से अहमदाबाद तक के 11 स्टेशन को जोड़ेगी ।
आधुनिक उपकरणों से लैस वन्दे भारत मेट्रो की यात्रा मात्र 30 रुपये से शुरू होती है और किलोमीटर के लिहाज़ से क़रीब 400 रुपये पर ख़त्म होती है । 12 बोगियों वाले इस ट्रेन में एक बार में क़रीब 3 हज़ार से ज़्यादा यात्री सफ़र कर सकते है । इंजिन के बग़ल में महिलाओं के लिए और दिव्यांग जनों के लिए स्पेशल अलग बोगी है । एयर कंडीशन युक्त इस मेट्रो ट्रेन में फ़ोन चार्ज करने की भी सुविधा है । आम तौर पर मेट्रो ट्रेन या इंटेंसिटी ट्रेन में शौचालय की सुविधा नहीं होती है लेकिन वन्दे भारत मेट्रो में यात्रियों की सुविधा के लिए आधुनिक उपकरणों से लैस बाथरूम भी है । वन्दे भारत मेट्रो कवच से लैस है और लोकों पायलट केबिन यानी इंजिन बोगी हाई टेक होने के साथ-साथ पूरे ट्रेन की सुरक्षा पर पैनी नज़र रखता है । पूरे ट्रेन में सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है जिसका मॉनिटरिंग स्क्रीन और कंट्रोल रूम इंजिन यानी लोकों पायलट केबिन में है । 110 किलोमीटर की स्पीड से चलने वाले वन्दे भारत के लिए ऐसे में कह सकते हैं कि गति, सुरक्षा और आराम के साथ लोगों की वंदे मेट्रो के साथ यात्रा रहने वाली है । वंदे मेट्रो अपनी उन्नत मध्यम दूरी की क्षमताओं के साथ अंतर-शहर यात्रा के मिज़ाज को भी बदलने जा रही है।
देश के अन्य मेट्रो अबतक केवल छोटी दूरी तय करती हैं लेकिन नमो भारत रैपिड ट्रेनें जब भी किसी शहर से शुरू होंगी तो कई शहरों को एक साथ जोड़ते हुए एक सुरक्षित ,सुविधाजनक , हाई टेक यात्रा का सुखद एहसास देंगी । जब हम ‘मेट्रो’ शब्द सुनते हैं तो हमारे दिमाग में एक कॉस्मोपॉलिटन मेट्रो बड़े शहर का परिदृश्य सामने आता है। लेकिन बंदे भारत मेट्रो छोटे शहरों से गुजरते हुए बड़े शहर की सैर करवायेंगी ।
नमो भारत रैपिड ट्रेन में आराम की बात करें तो एर्गोनॉमिक रूप से डिज़ाइन की गई सीटों, पूरी तरह से वातानुकूलित केबिन और मॉड्यूलर इंटीरियर के साथ सुसज्जित हैं ।
बात अगर सुरक्षा की करें तो वंदे मेट्रो टकराव से बचने, आग का पता लगाने और एयरोसोल-आधारित आग बुझाने के लिए सक्षम है । कवच जैसी उन्नत सुरक्षा प्रणालियों से सुसज्जित है, साथ ही आपातकालीन कई सुविधाएँ भी इस ट्रेन में दी गई हैं । वंदे मेट्रो में अत्याधुनिक तकनीक शामिल है, जिसमें अंडर स्लंग प्रोपल्शन और उन्नत ब्रेकिंग सिस्टम शामिल हैं, जो एक सहज यात्रा प्रदान करते हैं।
सुविधाओं में समावेशिता के साथ डिज़ाइन किए गए, वंदे मेट्रो में दिव्यांगजनों के अनुकूल शौचालय और पूरी तरह से सीलबंद लचीला गैंगवे है। वंदे मेट्रो में यात्रा करते समय कोई भी भोजन का भी आनंद ले सकता है।इसमें शहरी मेट्रो ट्रेनों के समान डबल-लीफ स्वचालित स्लाइडिंग दरवाजे और पूरी तरह से सीलबंद गैंगवे है जो धूल-मुक्त, शांत और बारिश-प्रूफ यात्रा देता है। ट्रेन के मॉड्यूलर डिज़ाइन में इजेक्टर-आधारित वैक्यूम निकासी शौचालय भी शामिल हैं।
वन्दे भारत मेट्रो में टॉक-बैक सिस्टम यात्रियों को आपात स्थिति में ड्राइवर से संवाद करने में सहायक होता है।