लखनऊ,15 सितम्बर 2024:
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने सख्त अनुशासन और दृढ़ नेतृत्व के साथ-साथ जनता के प्रति अपनी संवेदनशीलता के लिए भी विशेष रूप से जाने जाते हैं। जब भी वे अपने गृहक्षेत्र गोरखपुर का दौरा करते हैं, तो जनता से मिलना और उनकी समस्याओं का समाधान करना उनकी प्राथमिकताओं में सबसे ऊपर होता है। हाल ही में गोरखपुर प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री ने गोरखनाथ मंदिर परिसर में जनता दर्शन कार्यक्रम के अंतर्गत करीब 400 लोगों की समस्याएं सुनीं। पूर्वांचल के विभिन्न जिलों से आए लोग अपनी फरियाद लेकर यहां पहुंचे थे, और मुख्यमंत्री ने सभी को गंभीरता से सुना। उन्होंने अधिकारियों को त्वरित और प्रभावी समाधान के लिए सख्त निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जन समस्याओं का समाधान शीघ्रता से होना चाहिए, और किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जनता की समस्याओं का त्वरित समाधान उनके प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
योगी आदित्यनाथ का यह समर्पण और दृढ़ता उन्हें जनता के बीच बेहद लोकप्रिय बनाता है। वे न केवल जनता की समस्याओं को सुनते हैं, बल्कि व्यक्तिगत रूप से उनके समाधान की निगरानी भी करते हैं। उनकी यह प्रतिबद्धता एक कुशल और संवेदनशील नेता के रूप में उनके नेतृत्व को और अधिक मजबूत बनाती है।
बच्चों से विशेष लगाव रखने वाले मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बच्चों के प्रति विशेष लगाव उनके व्यक्तित्व का एक अनमोल पक्ष है। जब भी वे गोरखपुर जाते हैं, बच्चों से मिलना और उनके साथ समय बिताना उनके दौरे का अहम हिस्सा होता है।
गोरखपुर प्रवास के दूसरे दिन, गोरखनाथ मंदिर परिसर में मोर्निंग वाक के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बच्चों के साथ टॉफियां बांटते और प्यार करते देखा गया। पूर्वांचल के विभिन्न जिलों से आई जनता की फरियाद सुनते समय भी, उन्होंने बच्चों से विशेष रूप से मुलाकात की। मंदिर परिसर में भ्रमण के दौरान, उन्होंने बच्चों को अपने पास बुलाया, उनका नाम पूछा, वे कहां से आए हैं और किस कक्षा में पढ़ते हैं, इसकी जानकारी ली। इसके बाद, मुख्यमंत्री ने सभी बच्चों को चॉकलेट दी और उनके सिर पर हाथ फेरकर आशीर्वाद और दुलार दिया।
मुख्यमंत्री का यह जुड़ाव केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि उनके दिल से जुड़ा हुआ एक खास रिश्ता है। गोरखनाथ मंदिर में दर्शन के दौरान भी, जब उन्होंने बच्चों को देखा, तो उन्होंने तुरंत उन्हें अपने पास बुला लिया और बहुत सारा प्यार दिया। यह दर्शाता है कि बच्चों के प्रति उनका स्नेह कितना गहरा और वास्तविक है।
योगी आदित्यनाथ जब भी गोरखपुर में होते हैं, तो जनता की समस्याओं के साथ-साथ बच्चों से भी अवश्य मिलते हैं। चाहे जन्माष्टमी का पर्व हो या मंदिर परिसर का भ्रमण, बच्चों के साथ उनका संवाद और आत्मीयता हमेशा उनका प्रिय कार्य रहता है। बच्चों के साथ हंसी-मजाक करते और उन्हें टॉफियां देते मुख्यमंत्री का यह दृश्य, उनकी संवेदनशीलता और बच्चों के प्रति विशेष स्नेह को उजागर करता है।
उनका यह अनूठा पहलू उन्हें सिर्फ़ एक सख्त प्रशासक नहीं, बल्कि एक स्नेही और भावुक नेता के रूप में स्थापित करता है। यह जुड़ाव उन्हें उत्तर प्रदेश की जनता, खासकर बच्चों और उनके परिवारों के बीच बेहद प्रिय बनाता है।