
बांदा, 4 मार्च 2025:
यूपी के बांदा जिले में रहने वाली युवती शहजादी को हत्या के आरोप में दुबई में फांसी दी जा चुकी है। अब उसे मंगलवार को वहीं सात समंदर पार सुपुर्दे खाक कर दिया जाएगा। चार साल पहले विदेश गई बेटी के इस अंजाम पर बुजुर्ग माता पिता सदमें की हालत में है। उन्हें अफसोस है कि वो न बेटी की सजा बदलवा सके न उसके शव को हासिल कर सके।
बांदा में एनजीओ से जुड़कर जी रही थी आम जिंदगी
बांदा जिले के मटौंध थाना क्षेत्र के गोयरा मुगली गांव में रहने वाली शहजादी खान के साथ जो हुआ वो किसी फिल्मी कहानी सा लगता है। रोटी बैंक नाम की एनजीओ से जुड़ी शहजादी की जिंदगी आम लड़कियों की तरह चल रही थी। उसके चेहरे का एक हिस्सा बचपन मे झुलस गया था। इसी झुलसे हिस्से का इलाज कराने का भरोसा उसे सोशल मीडिया पर दोस्त बने आगरा के उजेर ने दिया।
झुलसे चेहरे का इलाज कराने के बहाने कथित प्रेमी ने दुबई में दम्पति को बेच दिया
वर्ष 2021 में मोहब्बत का दम भरने वाले उजेर ने पहले उसे आगरा बुलाया फिर वहां से बेहतर ट्रीटमेंट के लिए दुबई भेज दिया।शहजादी को दुबई जाकर पता चला कि उसे भेजा नहीं बल्कि बेचा गया है। फिलहाल वो दुबई में रहने वाले दम्पति फैज और नादिया के परिवार में पहुंच गई। उससे घर के काम करवाए जाते और मारा पीटा जाता रहा।
दम्पति के बेटे की मौत पर लगा हत्या का इल्जाम 15 फरवरी को मिली थी फांसी
दुबई में ही फैज के चार माह के बीमार बेटे की मौत हो गई। इस मौत का इल्जाम शहजादी पर लगा। पुलिस केस हुआ और उसे दुबई के सख्त कानून के मुताबिक फांसी की सजा दे दी गई। इस दौरान 15 फरवरी को फांसी मिलने से पहले उसने बांदा में रह रहे माता पिता से बेहद भावुक होकर कहा था कि मेरे जीवन मे बहुत कुछ हुआ लेकिन अब इससे ज्यादा क्या होगा आप लोग परेशान न होना।
काम नहीं आए दूतावास के प्रयास, मां बाप के पास अब बेटी की यादों के सिवा कुछ नहीं
बेटी की बात सुन मां बाप बिलख कर रह गए क्योंकि उन्हें कोई सरकारी मदद भी नसीब नहीं हो सकी थी। हालांकि फांसी से पहले माता पिता की याचिका पर भारत के विदेश मंत्रालय ने दुबई में भारतीय दूतावास के जरिये शहजादी को कानूनी मदद दिलाई लेकिन उसकी सजा कायम रही। यूएई सरकार ने भारतीय दूतावास को फांसी की सजा पर अमल होने के साथ ही उसका अंतिम संस्कार पांच मार्च को करने की सूचना दी है। इस खबर से शहजादी के मां बाप भी वाकिफ हैं लेकिन उनके पास बेटी की याद में बह रहे आंसुओं के सिवा कुछ नहीं है।






