
लखनऊ, 7 मार्च 2025
बसपा प्रमुख मायावती ने शुक्रवार को देहरादून में मदरसों को सील करने को लेकर उत्तराखंड सरकार की आलोचना की और कहा कि सरकार को ऐसे पूर्वाग्रही और गैर-धर्मनिरपेक्ष कदमों से बचना चाहिए, जिससे धार्मिक भावनाएं आहत होती हों। उनकी यह टिप्पणी देहरादून जिले में 15 मदरसों को सील किये जाने के बाद आई है, क्योंकि जिला प्रशासन ने बोर्ड से पंजीकरण के बिना चल रहे मदरसों पर कार्रवाई करने का आदेश दिया था।
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के खिलाफ टिप्पणी के लिए कांग्रेस नेता उदित राज पर भी कटाक्ष किया।
उन्होंने किसी का नाम लिए बिना एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि, “यह सराहनीय है कि ‘बहुजन समाज’ के हितों के लिए समर्पित संगठनों ने एक घमंडी और अहंकारी कांग्रेस नेता द्वारा बीएसपी और उसके दृढ़ नेतृत्व के खिलाफ की गई बेबुनियाद टिप्पणियों की कड़ी निंदा और विरोध किया है। लोगों को ऐसे तत्वों से सावधान रहना चाहिए।” उनकी टिप्पणी उदित राज द्वारा उनके भतीजे आकाश आनंद को पार्टी से निकाले जाने पर बसपा की आलोचना करने के एक दिन बाद आई है और दावा किया कि यह कदम दिखाता है कि “बसपा को भाजपा द्वारा नियंत्रित किया जा रहा है।”
मायावती ने पार्टी कार्यकर्ताओं से 15 मार्च को बसपा संस्थापक कांशीराम की जयंती को पूरे मिशनरी भावना के साथ मनाने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा, “मैं 15 मार्च को मान्यवर कांशीराम जी की जयंती को पूरे मिशनरी भाव से मनाने की अपील करती हूं। इस संबंध में मैंने आज सुबह लखनऊ में ‘बहुजन समाज प्रेरणा केंद्र’, जहां उनकी अस्थियां संरक्षित हैं, का दौरा किया और यूपी राज्य बीएसपी कार्यालय का निरीक्षण किया।”






