पटना, 9 मार्च 2025
सार्वजनिक स्थानों पर ‘दोहरे अर्थ वाले’ भोजपुरी गाने बजाने वालों पर कार्रवाई का आदेश देते हुए बिहार पुलिस ने कहा कि यह एक ‘ज्वलंत सामाजिक समस्या’ है, जो महिलाओं की सुरक्षा को खतरे में डालती है और साथ ही बच्चों की मानसिकता पर भी इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
राज्य पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी एक परिपत्र में कहा गया है कि सार्वजनिक समारोहों, बसों, ट्रकों और ऑटो-रिक्शा में इन गीतों को बजाने वालों पर भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जाएगा।
शुक्रवार को जारी यह परिपत्र सभी पुलिस महानिरीक्षकों (आईजी), उप महानिरीक्षकों (डीआईजी) और रेलवे पुलिस को भेजा गया। इसमें कहा गया है, “ऐसी गतिविधियों में शामिल लोगों और अश्लील तथा द्विअर्थी भोजपुरी गीतों को बढ़ावा देने वालों की पहचान करने के लिए पूरे राज्य में एक विशेष अभियान चलाया जाना चाहिए। महिलाओं के लिए यह शर्मनाक हो जाता है जब वे सार्वजनिक स्थानों, समारोहों, बसों, ट्रकों और ऑटो रिक्शा में इस तरह के अश्लील और द्विअर्थी भोजपुरी गाने सुनती हैं।”
इसमें कहा गया है, “कभी-कभी ऐसे गाने बजने पर वे असुरक्षित भी महसूस करते हैं। इस संबंध में निर्देश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।” यह मुद्दा पहले भी विधानसभा में उठाया गया था।
कांग्रेस विधायक प्रतिमा कुमारी ने दो साल पहले विधानसभा में यह मुद्दा उठाया था और ऐसे गीतों को बढ़ावा देने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।
राज्य सरकार ने विधायकों को आश्वासन दिया था कि फिल्मों और सोशल मीडिया पर “अश्लील और दोहरे अर्थ वाले” भोजपुरी गीतों को बढ़ावा देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।