
अनमोल शर्मा
मेरठ,12 मार्च 2025:
उत्तर प्रदेश के मेरठ स्थित आईआईएमटी विश्वविद्यालय परिसर में हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें कुछ युवकों द्वारा नमाज अदा करते हुए दिखाया गया है। इस वीडियो को सोशल मीडिया पर एक इंस्टाग्राम पेज से साझा किया गया था। वीडियो वायरल होते ही हिंदू संगठनों ने इस घटना पर कड़ा विरोध जताते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन से तुरंत कार्रवाई की मांग की है।
हिंदू संगठनों का आरोप है कि जब सार्वजनिक स्थानों पर हनुमान चालीसा पढ़ने पर पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज किया जाता है, तो विश्वविद्यालय परिसर में खुलेआम नमाज पढ़ने वाले युवकों के खिलाफ समान रूप से कार्रवाई क्यों नहीं की जाती। संगठन के नेता सचिन सिरोही ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर पक्षपात का आरोप लगाया और कहा, “यदि प्रशासन को मुस्लिम धर्म से इतना लगाव है, तो परिसर में एक मस्जिद का निर्माण क्यों नहीं करवा लेते?”
संगठनों ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि इस मामले में ठोस कार्रवाई नहीं की गई, तो वे ऐसे प्रदर्शन और आंदोलनों का आयोजन करेंगे, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि भविष्य में किसी भी विश्वविद्यालय या कॉलेज के सार्वजनिक स्थानों पर इस प्रकार की धार्मिक गतिविधि पर कोई असमानता न रहे।
वहीं, इस पूरे मामले में पुलिस प्रशासन की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। घटनाक्रम के आगे बढ़ने पर संबंधित अधिकारियों द्वारा स्पष्ट कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है।
