नई दिल्ली, 16 अक्टूबर 2024:
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने संगठनात्मक चुनावों की प्रक्रिया की औपचारिक शुरुआत कर दी है। यह प्रक्रिया पार्टी के सदस्यता अभियान के अंतिम चरण के साथ जोड़ी गई है, जिसमें भाजपा के मौजूदा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने के. लक्ष्मण को राष्ट्रीय चुनाव अधिकारी के रूप में नियुक्त किया है। उनके साथ नरेश बंसल, रेखा वर्मा और संबित पात्रा को सह चुनाव अधिकारियों की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
चुनाव अधिकारियों की नियुक्ति के बाद जल्द ही संगठनात्मक चुनावों की तिथियों की घोषणा की जाएगी। इस प्रक्रिया में पहले राज्यों में अध्यक्षों का चुनाव होगा और उसके बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष का चयन किया जाएगा। भाजपा का यह संगठनात्मक ढांचा पार्टी को और मजबूत करने तथा जमीनी स्तर पर संगठन को सशक्त करने के उद्देश्य से तैयार किया गया है।
सदस्यता अभियान के तीन चरण
भाजपा के सदस्यता अभियान के तहत अब तक दो चरण सफलतापूर्वक पूरे किए जा चुके हैं। बुधवार से इस अभियान का तीसरा चरण शुरू हो रहा है, जो 31 अक्टूबर तक चलेगा। इस तीसरे चरण में सक्रिय सदस्यों को बनाने का कार्य किया जाएगा, जो पार्टी के संगठनात्मक चुनावों के लिए महत्वपूर्ण हैं।
सदस्यता अभियान के समापन के बाद बूथ स्तर पर संगठन को सुदृढ़ करने के लिए बूथ कमेटियों का गठन किया जाएगा। इसके बाद जिला अध्यक्षों और राज्य अध्यक्षों का चुनाव किया जाएगा।
राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया
भाजपा के संविधान के अनुसार, राज्य अध्यक्ष राष्ट्रीय परिषद के सदस्यों का चुनाव करेंगे। यह राष्ट्रीय परिषद के सदस्य ही बाद में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चयन करेंगे। यह पूरी प्रक्रिया बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसके माध्यम से भाजपा अपने नेतृत्व को चुनेगी, जो आने वाले वर्षों में पार्टी को दिशा देगा।
संगठनात्मक चुनावों की प्रक्रिया को पूरा होने में लगभग दो से तीन महीने का समय लग सकता है। भाजपा का यह सदस्यता अभियान और चुनाव प्रक्रिया पार्टी के आंतरिक लोकतंत्र की मजबूत नींव है, जिससे पार्टी अपने सभी स्तरों पर नेतृत्व का चुनाव करती है।
संगठनात्मक चुनावों के महत्व पर भाजपा अध्यक्ष की टिप्पणी
भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने संगठनात्मक चुनावों के महत्व पर बल देते हुए कहा कि, “भाजपा का आंतरिक लोकतंत्र हमारी सबसे बड़ी ताकत है। यह चुनाव प्रक्रिया हमें जमीनी स्तर पर और मजबूत बनाएगी और कार्यकर्ताओं के योगदान को पार्टी की नीतियों और कार्यक्रमों में सम्मिलित करने का अवसर प्रदान करेगी।”
राष्ट्रीय चुनाव अधिकारी के. लक्ष्मण और सह चुनाव अधिकारियों के साथ, यह सुनिश्चित किया जाएगा कि चुनाव प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष हो। पार्टी का यह संगठनात्मक ढांचा, विशेष रूप से बूथ स्तर पर, चुनावी तैयारियों और संगठन को सशक्त बनाने में मदद करेगा।
भविष्य की दिशा
भाजपा के संगठनात्मक चुनाव न केवल पार्टी के आंतरिक ढांचे को मजबूत करेंगे, बल्कि 2024 के आगामी चुनावों के लिए पार्टी की तैयारियों को भी गति देंगे। बूथ से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक, पार्टी का यह ढांचा कार्यकर्ताओं को सक्रिय और संगठित रखने में सहायक होगा।