बहराइच, 20 मार्च 2025:
संभल के नेजा मेले पर रोक के बाद यूपी के बहराइच जिले में सैयद सालार मसूद गाजी की दरगाह पर लगने वाले जेठ मेले पर प्रतिबंध लगाने की मांग उठाई जा रही है। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के पदाधिकारियों ने डीएम को संबोधित एक ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट को सौंपकर मेले पर रोक लगाने की मांग की।
विहिप के पदाधिकारियों ने डीएम को दिया ज्ञापन
विहिप पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन ने मेले पर सख्त प्रतिबंध नहीं लगाया, तो आंदोलन शुरू किया जाएगा। मालूम हो कि संभल प्रशासन द्वारा हिंदू संगठनों की मांग पर नेजा मेले पर रोक लगाई है। अब बहराइच में भी इसी तरह की मांग उठी है।
‘महाराजा सुहेलदेव ने युद्ध में हराया था’
विहिप पदाधिकारियों ने अपने ज्ञापन में कहा है कि सैयद सालार मसूद को महाराजा सुहेलदेव ने युद्ध में हराया। उनका निधन चित्तौरा झील के किनारे हुआ। 1250 में दिल्ली के शासक नसीरुद्दीन महमूद ने मसूद की कब्र को मकबरे में तब्दील कर दिया, और फिरोजशाह तुगलक ने मकबरे के बगल में गुंबदों का निर्माण कराया।
सनातनी सभ्यता को नुकसान पहुंचाने का आरोप
विहिप के जिला संयोजक अजीत प्रताप सिंह का कहना है कि सूर्य मंदिर और सूर्य कुंड को तोड़कर मसूद की दरगाह बनाई गई, जिसके बाद कुछ हिंदू अज्ञानतावश यहां जियारत के लिए आते हैं। उनका कहना है कि मेले का आयोजन सनातनी सभ्यता को प्रभावित करने की कोशिश है। इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस मौके पर विहिप के जिला संयोजक अजीत प्रताप सिंह, सह संयोजक मनोज श्रीवास्तव, आलोक शुक्ला, रामेंद्र मिश्रा, अरुण चौहान, प्रमोद मिश्रा, राजू, सुनील आदि मौजूद थे।
पुलिस-प्रशासन बनाए है नजर
प्रशासन की ओर से अब तक इस मांग पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, क्षेत्र में तनाव की आशंका को देखते हुए पुलिस-प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए है।
