
नई दिल्ली, 25 मार्च 2025
बीजेपी ने ईद के मौके पर अल्पसंख्यक परिवारों तक खुशियों की सौगात पहुंचाने के लिए ‘सौगात-ए-मोदी’ किट योजना शुरू की है। इसके तहत पार्टी 32 लाख अल्पसंख्यकों के घरों तक किट पहुंचाएगी, जिसमें जरूरी सामान होगा ताकि गरीब मुसलमान भी अच्छे से ईद मना सकें। यह योजना बीजेपी की कोशिश है कि वह अपनी पारंपरिक हिंदुत्व छवि से हटकर एक समावेशी छवि पेश करे और मुस्लिम वोटरों तक अपनी पहुंच बढ़ाए। खासकर बिहार, पश्चिम बंगाल, और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में जहां अल्पसंख्यक वोट निर्णायक हैं, इस योजना से पार्टी को फायदा हो सकता है।
बीजेपी की यह रणनीति पसमांदा मुसलमानों के अधिकारों को लेकर पहले की गई पहल का हिस्सा है। पार्टी का उद्देश्य मुस्लिम वोटरों में ध्रुवीकरण कम करना और यह दिखाना है कि वह केवल हिंदू समुदाय की नहीं, बल्कि सभी समुदायों की पार्टी है। बीजेपी यह साबित करना चाहती है कि उसकी नीतियां समुदाय आधारित नहीं, बल्कि गरीबी आधारित हैं, ताकि उसे तुष्टिकरण का आरोप न लगे। यह कदम आगामी विधानसभा चुनावों और स्थानीय निकाय चुनावों में भी बीजेपी को लाभ पहुंचा सकता है।
हालांकि, बीजेपी के लिए मुस्लिम समुदाय में विश्वास बढ़ाना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, क्योंकि हिंदुत्व की छवि और मुस्लिम विरोधी आरोप उसकी राह में रुकावट डाल सकते हैं। विपक्ष इसे ‘वोट के लिए नाटक’ करार दे सकता है, जिससे बीजेपी के खिलाफ एक नकारात्मक नैरेटिव बन सकता है। फिर भी, इस रणनीति का उद्देश्य आगामी चुनावों में मुस्लिम समुदाय में अपनी पैठ बढ़ाना और विपक्ष द्वारा लगाए गए आरोपों को गलत साबित करना है।