
नोएडा,1 अप्रैल 2025
शालीमार गार्डन के राजेंद्र नगर में ओजस नर्सिंग होम चलाने वाले डॉ. अनिल कुमार सेठ के साथ प्लॉट दिलाने के नाम पर 46.40 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। डॉक्टर की पहचान प्रॉपर्टी डीलर अवधेश झा से थी, जिन्होंने उन्हें ग्रेटर नोएडा के सुमित ठाकुर से मिलवाया। अवधेश ने बताया कि सुमित नोएडा अथॉरिटी के ऑडिट विभाग में कर्मचारी है और अथॉरिटी के कुछ प्लॉट्स का री-अलॉटमेंट होता है। सुमित ने डॉक्टर को तीन प्लॉट दिखाए, जिनमें से एक उन्हें पसंद आया।
आरोप है कि जब डॉक्टर ने प्लॉट के कागजात मांगे तो सुमित ने कहा कि यह प्लॉट कैश में मिलेगा और अथॉरिटी में जमा करने के लिए उन्हें पहले कैश देना होगा। सुमित ने उन्हें भरोसा दिलाया कि रसीद मिलने में एक महीने का समय लगेगा। डॉक्टर झांसे में आ गए और पूजा नाम की महिला के खाते में 4.20 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद अवधेश, पूजा और सुमित ने मिलकर उनसे कुल 46.40 लाख रुपये ले लिए।
इसके अलावा, सुमित ने राजनगर एक्सटेंशन में दो और प्लॉट दिलाने की बात कहकर डॉक्टर को 56 लाख रुपये में सौदा करने के लिए कहा। उसने हाथ से बना हुआ नक्शा भी भेजा। इस बार डॉक्टर ने बिना कागजात देखे कैश देने से मना कर दिया। इसके बाद सुमित ने उन्हें फोन कर अवधेश के खाते में 2.20 लाख रुपये ट्रांसफर करने के लिए कहा। फिर उन्हें नोएडा एक्सटेंशन बुलाया और अपनी पत्नी पूजा से मिलवाया। सुमित ने कहा कि अथॉरिटी में रुपये जमा होने हैं, इसलिए पूजा के खाते में पैसे डालने होंगे।
डॉ. अनिल ने जब रुपये वापस लेने के लिए सुमित के फ्लैट पर गए तो पता चला कि वह फ्लैट खाली कर दिल्ली शिफ्ट हो गया है। जब वे दिए गए दिल्ली के पते पर पहुंचे तो वह पता भी फर्जी निकला। सुमित वॉट्सऐप पर डॉक्टर से बात करता रहा और जल्द रुपये लौटाने का आश्वासन देता रहा, लेकिन उसने पैसे वापस नहीं किए।