दिल्ली, 4 अप्रैल 2025
कांग्रेस के भीलवाड़ा जिला अध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे के सामने पार्टी के बड़े नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में चापलूसों को टिकट मिल जाते हैं, जबकि जमीनी कार्यकर्ताओं की अनदेखी की जाती है। उन्होंने यह भी कहा कि बड़े नेता घमंड में चूर हैं, वे फोन तक नहीं उठाते और न ही बैठकों में शामिल होते हैं। ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति तक में जिलाध्यक्षों की कोई भूमिका नहीं होती। उन्होंने राहुल गांधी के उस विचार का समर्थन किया जिसमें वे जिलाध्यक्षों को 70 के दशक जैसी ताकत और टिकट बंटवारे में अधिकार देना चाहते हैं।
देश की सबसे पुरानी पार्टी पिछले 10 वर्षों में 80 से अधिक लोकसभा और विधानसभा चुनाव हार चुकी है। इसके बाद अब कांग्रेस ने संगठन में बदलाव की योजना बनाई है। पार्टी अब जिला अध्यक्षों को अधिक शक्तिशाली बनाने की दिशा में काम कर रही है। इसी रणनीति के तहत उन्हें टिकट वितरण में प्रमुख भूमिका दी जाएगी। हाल ही में कांग्रेस मुख्यालय में हुई बैठक में राहुल गांधी ने कहा था कि जब तक जिला अध्यक्ष मजबूत नहीं होंगे, तब तक कांग्रेस का उत्थान संभव नहीं है। फिलहाल, देश के लगभग 150 जिलों में कांग्रेस के पास कोई जिलाध्यक्ष नहीं है, जिनमें महाराष्ट्र, झारखंड, पश्चिम बंगाल, हरियाणा और दिल्ली प्रमुख रूप से शामिल हैं।
राहुल गांधी ने जिला अध्यक्षों को पार्टी की नींव बताते हुए कहा कि वे कांग्रेस के सेनापति हैं और संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत बनाने में उनकी सबसे महत्वपूर्ण भूमिका होगी। उन्होंने नेताओं से अपने क्षेत्र की पूरी जानकारी रखने को कहा, जिसमें विधायकों की संख्या, सामाजिक समूहों की स्थिति और कांग्रेस की वर्तमान व ऐतिहासिक स्थिति शामिल हो। कांग्रेस का मानना है कि यह कदम पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत करने और भविष्य के चुनावों में बेहतर प्रदर्शन करने की रणनीति का हिस्सा है।