पटना, 4 अप्रैल 2025
बिहार में जनता दल यूनाइटेड (JDU) के दो नेताओं मोहम्मद कासिम अंसारी और नवाज मलिक ने वक्फ संशोधन विधेयक पर पार्टी के समर्थन के विरोध में इस्तीफा दे दिया है। इन नेताओं ने JDU के रुख को मुस्लिम समुदाय के साथ विश्वासघात करार दिया और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर धर्मनिरपेक्षता के मूल्यों से भटकने का आरोप लगाया। हालांकि, JDU ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि ये दोनों नेता महत्वपूर्ण पदों पर नहीं थे और पार्टी में उनकी कोई पहचान नहीं थी।
पूर्वी चंपारण के रहने वाले मोहम्मद कासिम अंसारी, जो JDU के चिकित्सा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष होने का दावा करते हैं, ने कहा कि पार्टी के समर्थन से उन्हें गहरा धक्का लगा है। उन्होंने कहा कि JDU ने लाखों भारतीय मुसलमानों का भरोसा तोड़ा है, जिन्हें उम्मीद थी कि पार्टी धर्मनिरपेक्ष मूल्यों के साथ खड़ी होगी। उन्होंने नीतीश कुमार को लिखे पत्र में कहा कि इस फैसले से मुस्लिम समुदाय को ठेस पहुंची है और इसलिए उन्होंने पार्टी से इस्तीफा देने का निर्णय लिया।
इसी तरह, नवाज मलिक, जो खुद को JDU के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ का सचिव बताते हैं, ने भी इस्तीफा दे दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि JDU के इस रुख से मुस्लिम कार्यकर्ता स्तब्ध हैं और इसे लेकर गहरी नाराजगी है। उन्होंने लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक का समर्थन करने वाले JDU नेता ललन सिंह के बयान पर भी निराशा जताई।
JDU के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने इन इस्तीफों को महत्वहीन बताते हुए कहा कि पार्टी में इन नेताओं की कोई पहचान नहीं थी। उन्होंने कहा कि अंसारी और मलिक कभी भी पार्टी के कोई प्रमुख पदाधिकारी नहीं रहे और JDU के भीतर इस मुद्दे पर कोई भ्रम नहीं है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने भी स्पष्ट किया कि संसद में वक्फ संशोधन विधेयक के समर्थन को लेकर JDU पूरी तरह एकमत है।