
नई दिल्ली | 8 अप्रैल 2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) के 10 वर्ष पूरे होने के अवसर पर देशभर से लाभार्थियों को अपने आवास पर आमंत्रित किया और उनसे सीधे संवाद किया। इस योजना ने बीते एक दशक में करोड़ों लोगों को आत्मनिर्भर बनने का अवसर दिया है। लाभार्थियों ने प्रधानमंत्री से बातचीत के दौरान बताया कि इस योजना ने उनके जीवन में कैसे सकारात्मक बदलाव लाया और उनकी आमदनी को दोगुना कर दिया।
मुद्रा योजना का मुख्य उद्देश्य छोटे और सूक्ष्म उद्यमियों को बिना किसी गारंटी के ऋण देना है ताकि वे अपने व्यवसाय की शुरुआत या विस्तार कर सकें। मोदी सरकार की इस प्रमुख योजना के तहत अब तक 50 करोड़ से अधिक लोन खाते खोले जा चुके हैं और कुल 33 लाख करोड़ रुपये से अधिक का लोन वितरित किया गया है। सबसे खास बात यह है कि इस योजना के तहत 68 प्रतिशत लाभार्थी महिलाएं हैं और 50 प्रतिशत लाभ अनुसूचित जाति, जनजाति और अन्य पिछड़े वर्गों को मिला है।
लाभार्थियों ने साझा किया कि कैसे इस योजना की मदद से उन्होंने रोजगार के नए अवसर पैदा किए। एक दर्जी कमलेश ने बताया कि उन्होंने मुद्रा लोन से अपने काम का विस्तार किया और अब तीन महिलाओं को रोजगार दे रहे हैं। वहीं, बिंदु नामक महिला, जो पहले एक दिन में सिर्फ 50 झाड़ू बनाती थीं, अब 500 झाड़ू प्रतिदिन उत्पादन करने वाली यूनिट की प्रमुख बन चुकी हैं।
प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर भी इस बातचीत की जानकारी साझा की और कहा कि #10YearsOfMUDRA के अवसर पर लाभार्थियों के अनुभव सुनना प्रेरणादायक रहा। उन्होंने देश के युवाओं और उद्यमियों से आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को और मजबूत करने का आह्वान किया।
मुद्रा योजना ने न केवल आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया है, बल्कि ग्रामीण और शहरी भारत के लाखों लोगों की जिंदगी को नई दिशा भी दी है।






