
आदित्य मिश्र
अमेठी, 10 अप्रैल 2025:
81 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित अमेठी बाईपास महज तीन वर्षों में ही जर्जर हो गया है। 6.63 किलोमीटर लंबे इस बाईपास पर जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं। दरारें उभर आई हैं, जिससे लोगों का आवागमन दुश्वार हो रहा है।

अमेठी शहर में वर्षों पुरानी जाम की समस्या को दूर करने के लिए वर्ष 2021 में बाईपास निर्माण कार्य शुरू हुआ था और 2022 में इसका उद्घाटन किया गया। यह बाईपास खेरौना, सरवनपुर, सराय राजशाह, महमूदपुर, रायपुर फुलवारी और जंगल रामनगर होते हुए मुसाफिरखाना-अमेठी-प्रतापगढ़ हाईवे को जोड़ता है।
निर्माण के तुरंत बाद ही पहली बारिश में बाईपास की पटरी बहने लगी थी। अब, तीन साल बाद हालात और बिगड़ गए हैं। मुराई का पुरवा गांव के पास बने पुल का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। सड़क धंसने के कारण बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं, जिससे दुर्घटनाओं की घटनाएं बढ़ गई हैं। वर्तमान में मरम्मत कार्य शुरू कराया जा रहा है। इससे यातायात को एक लेन से संचालित किया जा रहा है।
इलाके के अनिल तिवारी, श्रीनाथ और राम उजागर का कहना है कि मात्र एक किलोमीटर के क्षेत्र में ही कई स्थानों शिकायतों के बावजूद अभी तक कोई स्थायी समाधान नहीं किया गया है।
लोनिवि (एनएच) के अधिशासी अभियंता विकास सिंह ने बताया कि बाईपास का निर्माण एमआईपीएस कंपनी द्वारा कराया गया था। निर्माण में पाई गई खामियों को लेकर कार्यदायी संस्था को नोटिस जारी किया गया है। शीघ्र मरम्मत व अनुरक्षण कार्य पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।
