नई दिल्ली,19 अप्रैल 2025
भारत और श्रीलंका के रिश्तों में एक नई मजबूती तब देखने को मिली जब श्रीलंका ने पाकिस्तान के साथ प्रस्तावित सैन्य अभ्यास को रद्द कर दिया। यह अभ्यास त्रिंकोमाली तट पर होना था, जो रणनीतिक रूप से भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। भारत ने श्रीलंका से इस अभ्यास को लेकर चिंता जताई थी और उसके बाद श्रीलंकाई सरकार ने भारत की भावना का सम्मान करते हुए यह फैसला लिया।
श्रीलंका और पाकिस्तान के बीच इस सैन्य अभ्यास की सहमति पीएम नरेंद्र मोदी के श्रीलंका दौरे से कुछ समय पहले बनी थी। हालांकि पीएम मोदी की यात्रा के दौरान जब उन्होंने त्रिंकोमाली क्षेत्र में भारत के निवेश और रणनीतिक हितों की बात उठाई, तो श्रीलंका ने अभ्यास रद्द करने का निर्णय लिया। पाकिस्तान ने इस पर आपत्ति जताई, लेकिन श्रीलंका ने अपने निर्णय पर अडिग रहते हुए भारत के साथ मित्रता को प्राथमिकता दी।
त्रिंकोमाली वह स्थान है जहां भारत, श्रीलंका और UAE मिलकर एक ऊर्जा केंद्र और मल्टी-प्रोडक्ट पाइपलाइन प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। ऐसे में भारत नहीं चाहता कि इस क्षेत्र में पाकिस्तान की कोई भूमिका हो या हस्तक्षेप की आशंका बने।
इससे पहले भी फरवरी और मार्च 2025 में पाकिस्तान की नौसेना ने श्रीलंका का दौरा किया था और “पासेक्स” नामक अभ्यास किया था। लेकिन इस बार भारत की आपत्ति को श्रीलंका ने गंभीरता से लिया।
5 अप्रैल को पीएम मोदी और श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके के बीच हुई बातचीत के दौरान दोनों देशों ने रक्षा सहयोग को लेकर एक एमओयू पर भी हस्ताक्षर किए। श्रीलंका ने प्रधानमंत्री मोदी को अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान “श्रीलंका मित्र विभूषण” से सम्मानित कर भारत के साथ अपने विशेष संबंधों की पुष्टि की।
इस घटनाक्रम ने स्पष्ट कर दिया है कि श्रीलंका अब भारत के साथ अपने रिश्तों को और गहरा करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।