
पहलगाम, 23 अप्रैल 2025 –
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए दिल दहला देने वाले आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की जान चली गई, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इस हमले से जुड़े एक प्रत्यक्षदर्शी का बयान सामने आया है, जिसने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है। पुणे की 26 वर्षीय एचआर प्रोफेशनल असावरी जगदाले ने बताया कि किस तरह आतंकियों ने उनके पिता और चाचा पर अंधाधुंध गोलियां चलाईं।
घटना के समय असावरी अपने माता-पिता और रिश्तेदारों के साथ बैसरन घाटी के ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ में छुट्टियां मना रही थीं। अचानक आतंकियों ने पुलिस की वर्दी में आकर गोलियां चलानी शुरू कर दी। उनका परिवार एक तंबू में छिप गया। तभी आतंकियों ने उनके पिता संतोष जगदाले (54) को बाहर बुलाया और इस्लामी आयत पढ़ने को कहा। असफल रहने पर उन्हें सिर, पीठ और कान के पास तीन गोलियां मारी गईं। इसके बाद आतंकियों ने उनके चाचा पर भी गोलियों की बौछार कर दी।
असावरी ने बताया कि आतंकियों ने उनके पिता को बाहर बुलाते हुए कहा, “चौधरी तू बाहर आ जा”, और फिर उन पर प्रधानमंत्री मोदी का समर्थक होने का आरोप लगाया। घटना के दौरान पास के तंबू में मौजूद कई अन्य पुरुषों को भी गोली मारी गई। किसी की मदद नहीं पहुंची। सेना और पुलिस करीब 20 मिनट बाद मौके पर पहुंची।
घटना दोपहर करीब साढ़े तीन बजे की है। असावरी की मां और एक अन्य महिला रिश्तेदार किसी तरह बच गईं और उन्हें स्थानीय लोगों व सुरक्षाबलों की मदद से पहलगाम क्लब में पहुंचाया गया। असावरी ने बताया कि हमले के बाद घोड़ों पर सवार स्थानीय लोगों ने उनकी मदद की, मेडिकल जांच कराई और सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया।
इस भीषण हमले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है और सरकार की ओर से कड़ी कार्रवाई के संकेत दिए जा रहे हैं।






