
नई दिल्ली, 29 अप्रैल 2025
पहलगाम आतंकी हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या के बाद एक बार फिर पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना का केंद्र बन गया है। भारत के साथ लंबे समय से चले आ रहे तनाव के अलावा, पाकिस्तान के कई अन्य देशों के साथ भी रिश्ते बेहद खराब हैं।
भारत के साथ दुश्मनी बंटवारे के समय से चली आ रही है और कश्मीर को लेकर कई युद्ध हो चुके हैं। पाकिस्तान आतंकवाद को संरक्षण देने के आरोपों से अक्सर घिरा रहा है।
अफगानिस्तान से पाकिस्तान के संबंध डूरंड लाइन विवाद और तालिबान को समर्थन देने के कारण बिगड़े हैं। आज तालिबान सरकार भी पाकिस्तान से टकराव में संकोच नहीं कर रही।
ईरान के साथ भी तनाव लगातार बना हुआ है, खासकर बलूचिस्तान से लगती सीमा पर आतंकी गतिविधियों के कारण। साथ ही, सऊदी अरब के साथ नजदीकी पाकिस्तान के ईरान से रिश्तों में और कड़वाहट घोलती है।
अमेरिका ने 9/11 के मास्टरमाइंड ओसामा बिन लादेन को पाकिस्तान में मार गिराने के बाद पाकिस्तान को आतंकवाद के समर्थन को लेकर बार-बार चेताया है। अमेरिका और यूरोपीय संघ अब पाकिस्तान को संदेह की नजर से देखते हैं।
पाकिस्तान के अंदर भी उथल-पुथल कम नहीं है। बलूचिस्तान में अलग राष्ट्र की मांग और खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों का नियंत्रण सरकार के लिए बड़ी चुनौती बने हुए हैं। लोकतंत्र पर सेना और आईएसआई का भारी नियंत्रण, आर्थिक तंगी और अंतरराष्ट्रीय विश्वास की कमी ने पाकिस्तान को दुनिया में अलग-थलग कर दिया है।
निष्कर्षतः, पाकिस्तान अब केवल भारत ही नहीं, बल्कि अफगानिस्तान, ईरान, अमेरिका, और कई पश्चिमी देशों के साथ भी गंभीर तनाव झेल रहा है।