
गाजीपुर,1 मई, 2025
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में महिला उत्पीड़न के मामलों में हाल के दिनों में बढ़ोतरी देखी गई है। इन मामलों में ज्यादातर घरेलू हिंसा और मानसिक उत्पीड़न के मामले शामिल हैं। राज्य महिला आयोग की सदस्य सुनीता श्रीवास्तव ने हाल ही में गाजीपुर जिले में महिला उत्पीड़न से जुड़े कई मामलों की जनसुनवाई की और पीड़ित महिलाओं से मुलाकात की।
जनसुनवाई के दौरान, महिलाओं ने अपने पतियों द्वारा किए गए शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न की शिकायतें दर्ज की। कुछ महिलाओं ने बताया कि उनके पतियों ने उन्हें मारपीट कर घर से बाहर निकाल दिया, जबकि कुछ ने तलाक के नोटिस का सामना किया। एक महिला ने कहा कि उसका पति उसे बार-बार छोड़ने की धमकी देता है, जबकि दूसरी महिला ने अपने पति द्वारा दूसरी शादी करने की बात की शिकायत की।
सुनीता श्रीवास्तव ने इन मामलों पर त्वरित कार्रवाई का आश्वासन देते हुए संबंधित अधिकारियों को इनकी जांच के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से मानसिक रूप से बीमार महिलाओं के मामलों में इलाज के लिए वाराणसी जैसे उच्च स्तर के चिकित्सा केंद्रों को भेजने की योजना बनाई गई है।
राज्य महिला आयोग ने गाजीपुर के अधिकारियों से इन मामलों की गंभीरता से जांच करने की अपील की और संबंधित विभागों को त्वरित समाधान के लिए निर्देश दिए। बैठक में पुलिस, समाज कल्याण, शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे, जिन्होंने स्थिति का जायजा लिया और महिलाओं की समस्याओं का समाधान निकालने के लिए कदम उठाने की बात की।
यह जनसुनवाई गाजीपुर में महिला उत्पीड़न के मामलों पर एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई है और उम्मीद जताई जा रही है कि इससे महिलाओं के अधिकारों की रक्षा में मदद मिलेगी।






