
लंदन, 3 मई 2025:
भारत के पूर्व क्रिकेटर संजय बांगर की ट्रांसजेंडर बेटी अनाया बांगर ने इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) द्वारा ट्रांसजेंडर खिलाड़ियों पर लगाए गए प्रतिबंध के खिलाफ सोशल मीडिया पर अपना आक्रोश जताया है। दो साल पहले हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी के जरिए लिंग परिवर्तन कराने वाली अनाया अब एक महिला क्रिकेटर हैं। ईसीबी ने हाल ही में नियमों में बदलाव करते हुए स्पष्ट किया कि अब केवल जैविक रूप से महिलाएं ही महिला और लड़कियों के क्रिकेट मैचों में भाग ले सकेंगी।
ईसीबी का यह फैसला ब्रिटेन की सुप्रीम कोर्ट द्वारा ट्रांसजेंडरों को महिलाओं की कानूनी परिभाषा से बाहर रखने के बाद आया है। बोर्ड ने कहा कि ट्रांसजेंडर महिलाएं अब केवल ओपन और मिक्स्ड क्रिकेट में ही खेल सकती हैं। इस निर्णय ने ट्रांसजेंडर समुदाय, खासकर खेल से जुड़ी महिलाओं को गहरा आहत किया है।
अनाया बांगर ने इंस्टाग्राम पर अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए लिखा कि यह केवल एक नियम नहीं, बल्कि एक संदेश है कि ट्रांसजेंडर महिलाओं का समर्पण, प्रतिभा और अनुशासन खेल के मंच पर मान्यता के योग्य नहीं समझा जाता। उन्होंने कहा, “मैं सिर्फ एक ट्रांस लड़की नहीं हूं, मैं एक क्रिकेटर भी हूं। मुझे इस खेल में पहले ही भेदभाव और उत्पीड़न का सामना करना पड़ा है और अब हमारे अस्तित्व को ही मिटाने की कोशिश की जा रही है।”
इससे पहले इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) भी ट्रांसजेंडर खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेट से प्रतिबंधित कर चुका है, हालांकि उसने घरेलू क्रिकेट को इस नियम से बाहर रखा था। लेकिन ईसीबी ने अब घरेलू महिला क्रिकेट में भी ट्रांसजेंडर खिलाड़ियों की भागीदारी पर रोक लगाकर एक बड़ा और विवादास्पद कदम उठाया है।