जम्मू और कश्मीर, 9 मई 2025
पाकिस्तान के साथ तनाव बढ़ने के बाद भारत ने अपनी सीमाओं की सुरक्षा को और मजबूत किया है, विशेष रूप से ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत के बाद। ऐसे में, भारत सरकार ने जम्मू और कश्मीर बॉर्डर पर BHISHM क्यूब्स तैनात किए हैं, जो आपातकालीन स्थिति में तुरंत चिकित्सा सुविधा प्रदान करने में सक्षम हैं। ये चलते-फिरते अस्पताल किसी भी संकट या युद्ध जैसी परिस्थितियों में 200 घायलों का एक साथ इलाज कर सकते हैं।
आरोग्य मैत्री परियोजना के तहत विकसित किए गए BHISHM क्यूब्स अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरणों से लैस हैं। ये क्यूब्स गोली लगने, जलने, सिर, छाती, रीढ़ और पेट की गंभीर चोटों सहित लगभग 200 प्रकार की चोटों का इलाज करने में सक्षम हैं। इन क्यूब्स को विशेष रूप से सीमावर्ती इलाकों में तैनात किया गया है, जहां मेडिकल सहायता की तात्कालिक आवश्यकता होती है।
इस पहल का उद्देश्य न केवल भारत में, बल्कि प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित देशों में भी तात्कालिक चिकित्सा सहायता और दवाइयां उपलब्ध कराना है। BHISHM क्यूब्स अब देश के संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात किए जा रहे हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत राहत मिल सके।
एचएलएल लाइफकेयर लिमिटेड को इन क्यूब्स की खरीद और तैनाती का जिम्मा सौंपा गया है। इसके अलावा, 300 से 400 डॉक्टरों को ऑनलाइन और ऑफलाइन प्रशिक्षण दिया गया है, ताकि वे इन क्यूब्स का सही तरीके से उपयोग कर सकें।