
अंशुल मौर्य
वाराणसी, 18 मई 2025:
वाराणसी का सारनाथ मिनी जू बर्ड फ्लू की दहशत चपेट में है। लखनऊ और गोरखपुर के चिड़ियाघरों के बंद होने के बाद अब इस मिनी जू में पक्षियों और जानवरों के सैम्पल लिए गए हैं। सैम्पल्स जांच के लिए बरेली लैब भेजा गया है।
बाड़ों का निरीक्षण कर जांच कर रहे चिकित्सक
कानपुर में शेर व मोर की मौत में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद यहां सतर्कता और बढ़ा दी गई है। हालांकि दर्शकों की आवाजाही बंद चल रही है।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सतर्क रहने के सख्त निर्देश दिए हैं। इसी कड़ी में वाराणसी के सारनाथ मिनी जू में भी बड़े पैमाने पर जांच शुरू हो गई है।
मिनी जू में पशु चिकित्सक डॉ. आर. चौधरी ने हर बाड़े का बारीकी से निरीक्षण किया। चीतल, मगरमच्छ, घड़ियाल, तोते, लव बर्ड्स और दर्जनों अन्य पक्षियों-पशुओं की गहन जांच की गई।
लक्षण नहीं मिले फिर भी सैम्पल लिए गए
राहत की बात यह है कि अभी तक किसी भी जानवर में बर्ड फ्लू के लक्षण नहीं दिखे। फिर भी, एहतियात के तौर पर कई जानवरों के सैंपल लिए गए हैं, जो बरेली की हाईटेक लैब में जांच के लिए भेजे गए हैं। क्या इन सैंपलों से कोई चौंकाने वाला खुलासा होगा?
जानवरों का अनोखा संसार है सारनाथ जू:
सारनाथ मिनी जू में 125 चीतल, 10 शाही, 4 इमो पक्षी, 1 लोहा सारस, 2 सफेद बगुले, 3 मगरमच्छ, 1 व्हाइट स्टॉर्क, 4 सिंघल, 2 घड़ियाल और अनगिनत रंग-बिरंगे पक्षी जैसे लाल मुनिया, लव बर्ड, जेब्रा फिंच, सन पैराकीट और तोते मौजूद हैं। यह जू न सिर्फ पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है, बल्कि वन्यजीव संरक्षण का भी एक अनमोल हिस्सा है।






