नई दिल्ली, 19 जून 2025
देश में होने वाले चुनावों में अब मतदान की पारदर्शिता और लोगों की जागरूकता बढ़ाने के लिए भारत के निर्वाचन आयोग (ईसी) ने एक बड़ा फैसला लिया है। जिसके चलते बुधवार को भारत के निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं के लिए एक नई पहल की घोषणा की है। इस पहल के तहत अब मतदाता पहचान पत्र की प्रतीक्षा अवधि एक महीने से अधिक की तुलना में घटकर मात्र 15 दिन की रह जाएगी। बुधवार को जारी एक बयान में, चुनाव आयोग ने कहा कि उसने एक नई मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) लागू की है जिसका उद्देश्य दक्षता में सुधार करना और मतदाता फोटो पहचान पत्र (ईपीआईसी) की समय पर डिलीवरी सुनिश्चित करना है। यह बदलाव नए मतदाताओं और अपने मौजूदा मतदाता विवरण में बदलाव का अनुरोध करने वाले दोनों पर लागू होगा।
उन्नयन के एक भाग के रूप में, चुनाव आयोग ने एक वास्तविक समय ट्रैकिंग प्रणाली शुरू की है, जो मतदाताओं को उनके ईपीआईसी की स्थिति पर नजर रखने की अनुमति देती है, जब से यह निर्वाचन पंजीकरण अधिकारी (ईआरओ) द्वारा तैयार किया जाता है, डाक विभाग (डीओपी) के माध्यम से इसकी अंतिम डिलीवरी तक।
मतदाताओं को प्रत्येक चरण पर एसएमएस अलर्ट भी प्राप्त होगा, जिससे उन्हें पूरी प्रक्रिया के दौरान जानकारी मिलती रहेगी। इस पहल को समर्थन देने के लिए, चुनाव आयोग ने अपने ईसीआईनेट प्लेटफॉर्म पर एक समर्पित आईटी मॉड्यूल पेश किया है, जिससे अधिकारियों के बीच निर्बाध समन्वय और मतदाता पहचान पत्र अनुरोधों का तेजी से प्रसंस्करण संभव हो सकेगा। चुनाव आयोग के इस कदम का उद्देश्य मतदाताओं की सुविधा बढ़ाना तथा चुनाव प्रणाली में पारदर्शिता को मजबूत करना है।