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ईरान में क्यों जाते हैं भारतीय छात्र MBBS पढ़ने? जानें मेडिकल एजुकेशन से जुड़ी बड़ी वजहें

नई दिल्ली | 21 जून 2025

ईरान में जारी तनावपूर्ण हालात के बीच भारत सरकार ने ‘ऑपरेशन सिंधु’ के तहत ईरान में फंसे भारतीयों को सुरक्षित बाहर निकालने का अभियान तेज कर दिया है। इज़रायल की एयरस्ट्राइक के बीच 110 भारतीय छात्रों को सुरक्षित स्वदेश लाया गया है, जो ईरान में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे थे।

इस घटनाक्रम के बीच यह सवाल एक बार फिर चर्चा में है कि भारतीय छात्र ईरान में MBBS करने क्यों जाते हैं? जानिए इसके पीछे की वजहें, फीस स्ट्रक्चर और वहां की टॉप मेडिकल यूनिवर्सिटीज के बारे में।

ईरान में कितने भारतीय छात्र?

विदेश मंत्रालय के मुताबिक, इस समय ईरान में 10,000 से ज्यादा भारतीय नागरिक रहते हैं, जिनमें 1,500 से अधिक छात्र शामिल हैं। इन छात्रों में बड़ी संख्या जम्मू-कश्मीर से ताल्लुक रखती है। अधिकतर छात्र ईरान में मेडिकल एजुकेशन के लिए गए हैं।

MBBS के लिए ईरान क्यों चुनते हैं भारतीय?

🔹 1. कड़ा कॉम्पिटिशन भारत में

भारत में मेडिकल सीटें केवल 1 लाख के करीब हैं, जबकि हर साल 20 लाख से अधिक छात्र NEET में भाग लेते हैं। ऐसे में बहुत से छात्रों को एडमिशन नहीं मिल पाता और वे विदेशी विकल्प तलाशते हैं।

🔹 2. कम फीस में पढ़ाई

भारत के प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में MBBS करने में जहां 50 लाख से 1 करोड़ रुपये तक खर्च हो सकता है, वहीं ईरान में MBBS कोर्स की कुल फीस 15 से 25 लाख रुपये के बीच होती है।
रहने-खाने का मासिक खर्च भी लगभग 10,000 से 12,000 रुपये आता है, जो भारतीय मिडल क्लास परिवारों के लिए किफायती है।

🔹 3. आसान एडमिशन प्रोसेस

ईरान में MBBS में दाखिला NEET स्कोर के आधार पर होता है। किसी अतिरिक्त एंट्रेंस परीक्षा की जरूरत नहीं होती और एडमिशन प्रक्रिया सरल होती है, जिससे छात्रों को आसानी से प्रवेश मिल जाता है।

🔹 4. इंटरनेशनल एक्सपोजर

ईरान में पढ़ाई करने से छात्रों को ग्लोबल टैग और इंटरनेशनल क्लिनिकल एक्सपोजर मिलता है। वे अन्य देशों के छात्रों के साथ पढ़ते हैं, जो उनके प्रोफेशनल ग्रोथ के लिए मददगार होता है।

ईरान की प्रमुख मेडिकल यूनिवर्सिटीज

भारत से गए छात्र मुख्य रूप से इन यूनिवर्सिटीज में पढ़ाई करते हैं:

  1. तेहरान यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज
  2. शाहिद बेहेश्ती यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज
  3. ईरान यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज
  4. इस्लामिक आज़ाद यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज
  5. हमादान यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज
  6. गोलेस्तान यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज
  7. केरमान यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज

सरकार का प्रयास

सरकार ने फंसे भारतीयों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं और धीरे-धीरे सभी को सुरक्षित भारत लाया जा रहा है। विदेश मंत्रालय ने आश्वासन दिया है कि सभी छात्रों को संरक्षित और योजनाबद्ध ढंग से स्वदेश वापस लाया जाएगा।

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