
नई दिल्ली, 9 जुलाई 2025
करीब 26 साल पहले देश में करोड़ों का गोल्ड इम्पोर्ट फ्रॉड करके अमेरिका भागी मोनिका कपूर को सीबीआई की टीम ने आखिरकार पकड़ लिया है। अब उसे अमेरिका से प्रत्यर्पित कर भारत लाया जा रहा है। सीबीआई ने उसे न्यूयॉर्क से हिरासत में लिया और बुधवार रात तक भारत पहुंचाने की प्रक्रिया पूरी हो रही है।
सीबीआई के मुताबिक, मोनिका कपूर 1998 में अपने भाइयों राजन खन्ना और राजीव खन्ना के साथ मिलकर फर्जी एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट दस्तावेज तैयार करके ड्यूटी फ्री गोल्ड के लिए लाइसेंस प्राप्त किए और इन लाइसेंसों को मुनाफे के लिए अहमदाबाद के व्यापारियों को बेच दिया। इस धोखाधड़ी से सरकार को लगभग 1.44 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था।
इस मामले में मार्च 2004 में साकेत कोर्ट में चार्जशीट दायर की गई थी। राजन और राजीव को 2017 में दोषी ठहराया गया, जबकि मोनिका फरार रही। अदालत ने 2016 में उसे भगोड़ा घोषित किया और 2010 में सीबीआई ने अमेरिका से उसके प्रत्यर्पण की मांग की थी।
काफी लंबी कानूनी प्रक्रिया के बाद अमेरिका की एक अदालत ने भारत-अमेरिका प्रत्यर्पण संधि के तहत मोनिका को भारत भेजने की अनुमति दी। मोनिका ने प्रत्यर्पण का विरोध करते हुए दावा किया कि भारत लौटने पर उसे प्रताड़ना झेलनी पड़ सकती है, लेकिन अदालत ने उसकी अपील खारिज कर दी।
अब सीबीआई की टीम उसे भारत लेकर लौट रही है, जहां उसे अदालत में पेश किया जाएगा और मुकदमे की सुनवाई शुरू होगी। इस मामले ने एक बार फिर दिखाया है कि लंबे समय तक विदेश में रहने के बावजूद कानून के शिकंजे से बच पाना आसान नहीं है। सीबीआई की यह कार्रवाई अंतरराष्ट्रीय आर्थिक अपराधों पर भारत की सख्त नीति को दर्शाती है।