
लखनऊ, 10 जुलाई 2025:
यूपी राजधानी लखनऊ की प्रमुख बाजारों में अतिक्रमण और ट्रैफिक जाम की गंभीर समस्या से परेशान व्यापारियों ने गुरुवार को संयुक्त पुलिस आयुक्त (ज्वाइंट सीपी) से मिलकर समाधान की मांग की। लखनऊ उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष अमरनाथ मिश्र और वरिष्ठ महामंत्री पवन मनोचा के नेतृत्व में व्यापारियों के प्रतिनिधिमंडल ने
ज्वाइंट सीपी को हर बाजार की समस्या बताई।
अमीनाबाद और यहियागंज बाजार की व्यवस्था बदहाल
व्यापारियों ने बताया कि अमीनाबाद जैसी ऐतिहासिक बाजार में पटरी दुकानदारों के अतिक्रमण से पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। उच्चाधिकारियों के दौरे पर अस्थाई सफाई होती है, लेकिन यह व्यवस्था रोजाना क्यों नहीं लागू हो सकती? उन्होंने बाजार में पूर्व में बनाए गए ट्रैफिक प्वाइंट्स पर फिर से स्थायी ट्रैफिक पुलिस तैनात करने की मांग की। यहियागंज बाजार में रकाबगंज चौराहे पर सब्जी ठेले और रेलवे लाइन किनारे खड़े चारपहिया वाहनों से जाम की स्थिति बनी रहती है। व्यापारियों ने इस इलाके को अतिक्रमण मुक्त करने और रकाबगंज पुल पर ट्रैफिक पुलिस की तैनाती की मांग की।
नक्खास बाजार में दोहरी नीति पर सवाल
नक्खास बाजार में अवैध ठेलों की भरमार और ट्रैफिक व्यवस्था की दुर्दशा को लेकर व्यापारियों ने नाराजगी जताई। कहा कि दुकानदारों की गाड़ियों पर चालान तो काटे जाते हैं लेकिन अवैध ठेले नहीं हटाए जाते। एलडीए की पार्किंग पर अवैध कब्जे को हटाकर व्यापारियों के लिए आरक्षित करने की मांग की गई।
चौक बाजार और चरक चौराहा दिन लगता जाम
चौक और चरक चौराहा जैसे संवेदनशील बाजारों में ई-रिक्शा और वेंडरों के कब्जे से जाम आम हो गया है। व्यापारियों ने मांग की कि चरक चौराहा पूरी तरह से ई-रिक्शा मुक्त किया जाए और विक्टोरिया स्ट्रीट, घंटाघर व क्वीनमेरी से क्षेत्रीय रूट के अनुसार ई-रिक्शा संचालन किया जाए।
अन्य बाजारों की समस्याएं भी बताईं
नाका क्षेत्र में पुल के नीचे अवैध अतिक्रमण से सर्विस लेन ठप है। व्यापारियों ने पुनः अतिक्रमण होने पर थाना स्तर पर जिम्मेदारी तय करने की बात कही। आलमबाग बाजार में पीली पट्टी योजना को दोबारा लागू कर व्यापारिक वाहनों की निर्धारित पार्किंग सुनिश्चित करने और ट्रैफिक पुलिस की तैनाती की मांग की गई। बुद्धेश्वर चौराहा, पत्रकारपुरम, अयोध्या रोड, निशातगंज, कपूरथला, डालीगंज सहित कई क्षेत्रों में अतिक्रमण, ठेले और ई-रिक्शा के चलते आमजन और व्यापार दोनों प्रभावित हो रहे हैं।
व्यापारियों ने ये सुझाव भी दिए
सभी प्रमुख बाजारों को स्थायी अतिक्रमण मुक्त क्षेत्र घोषित किया जाए। हर बाजार में स्थायी ट्रैफिक पुलिस की तैनाती हो। अवैध रूप से खड़े वाहनों और ठेलों को हटाकर लोडिंग-अनलोडिंग के लिए स्थान निर्धारित किया जाए। बाजारों में पार्किंग की उचित व्यवस्था की जाए और अवैध कब्जे हटाए जाएं। अतिक्रमण दोबारा होने पर संबंधित थाने को जिम्मेदार ठहराया जाए।