
बीजिंग, 15 जुलाई 2025 –
भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से शंघाई सहयोग संगठन (SCO) समिट के दौरान बीजिंग में मुलाकात की। खास बात यह रही कि शी जिनपिंग 20 दिनों के लंबे अंतराल के बाद पहली बार सार्वजनिक रूप से नजर आए। इस मुलाकात को कूटनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि हाल के दिनों में शी के “साइलेंट तख्तापलट” की अटकलें मीडिया और विश्लेषकों के बीच तेज़ थीं।
एस जयशंकर ने अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) पोस्ट में जानकारी दी कि उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से अभिवादन शी जिनपिंग तक पहुंचाया। इसके साथ ही दोनों देशों के बीच हाल ही में हुए द्विपक्षीय विकास पर भी चर्चा की गई। उन्होंने लिखा, “हमारे नेताओं के मार्गदर्शन को महत्व देता हूं।”
इससे पहले जयशंकर ने बीजिंग में चीन के इंटरनेशनल डिपार्टमेंट ऑफ कम्युनिस्ट पार्टी (IDCPC) के मंत्री लियू जिआनचाओ से भी मुलाकात की। इस बातचीत में वैश्विक शक्ति-संतुलन में बदलाव, बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था और भारत-चीन संबंधों को नए परिप्रेक्ष्य में समझने पर जोर दिया गया।
गौरतलब है कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग आखिरी बार 24 जून को बीजिंग में सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वांग के साथ देखे गए थे। इसके बाद वह न तो किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में दिखे और न ही ब्रिक्स सम्मेलन में भाग लिया, जिससे उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर कई अटकलें लगाई जा रही थीं।
अब उनकी SCO सम्मेलन के दौरान मौजूदगी ने इन अटकलों पर विराम लगाया है। भारत और चीन दोनों के लिए यह मुलाकात रिश्तों को स्थिरता देने की दिशा में एक सकारात्मक संकेत मानी जा रही है। जयशंकर अब तिआनजिन में आयोजित SCO विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेंगे, जिसमें क्षेत्रीय सुरक्षा, आर्थिक सहयोग और बहुपक्षीय रणनीति पर चर्चा की जाएगी।