
लखनऊ, 15 जुलाई 2025:
सपा मुखिया एवं यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव के भाई प्रतीक यादव से रंगदारी मांगने का मामला सामने आया है। इस संबंध में प्रतीक ने चिनहट स्थित पूर्वांचल सिटी निवासी रियल एस्टेट कारोबारी कृष्णानंद पांडेय, उनकी पत्नी वंदना पांडेय और पिता अशोक पांडेय के खिलाफ लखनऊ के गौतमपल्ली थाने में रंगदारी मांगने, धोखाधड़ी और आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज कराया है।
उत्तर प्रदेश महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव के पति प्रतीक यादव का आरोप है कि कृष्णानंद पांडेय ने वर्ष 2011-12 में उनसे संपर्क कर व्यवसायिक संबंध बनाए और धीरे-धीरे विश्वास में लेकर उन्हें रियल एस्टेट कारोबार में निवेश के लिए राजी किया। वर्ष 2015 में एक रियल एस्टेट कंपनी बनाई गई, जिसमें प्रतीक यादव को प्रमोटर, जबकि कृष्णानंद पांडेय और यूएस बिस्ट को निदेशक बनाया गया।
सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के पुत्र प्रतीक ने पुलिस को बताया कि कंपनी में निवेश के अलावा कृष्णानंद ने अपनी आर्थिक समस्याओं और पारिवारिक परेशानियों का हवाला देकर कई बार निजी रूप से भी उनसे रकम उधार ली। वर्ष 2020 में प्रतीक यादव गंभीर रूप से बीमार हो गए और परिवार के सदस्य व निकट संबंधी की मृत्यु के चलते वे मानसिक और शारीरिक रूप से बेहद परेशान रहे।
प्रतीक का आरोप है कि इसी दौरान कृष्णानंद पांडेय ने उनके अस्वस्थ होने का फायदा उठाते हुए साजिशन उनसे और धन ऐंठा। जब प्रतीक ने हिसाब-किताब मांगा, तो कृष्णानंद और उसके परिवार ने उन्हें पॉक्सो एक्ट में फंसाने और एक फर्जी ऑडियो क्लिप वायरल करने की धमकी दी। इसके अलावा फोन और ईमेल के जरिए चार करोड़ रुपये की रंगदारी भी मांगी गई। गौतमपल्ली थाना प्रभारी पंकज कुमार के मुताबिक प्राथमिकी दर्ज कर जांच की जा रही है। आरोपियों से पूछताछ कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।






