शिमला, 18 जुलाई 2025
बीते एक महीने से जारी बारिश से हिमाचल प्रदेश में अब तक कुल 109 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से 64 की मौत बारिश से जुड़ी घटनाओं में और 45 की मौत सड़क हादसों में हुई है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) द्वारा गुरुवार को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, भारी बारिश और भूस्खलन के कारण एक राष्ट्रीय राजमार्ग समेत 226 सड़कें बंद हैं। इससे लोगों को आवाजाही में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही, मंडी, कुल्लू, कांगड़ा और सिरमौर जैसे कई जिलों में 52 वितरण ट्रांसफार्मर क्षेत्र (डीटीआर) और 137 जलापूर्ति योजनाएं बाधित हुईं।
भूस्खलन, बाढ़, बादल फटने, बिजली का झटका लगने, सांप के काटने और ऊंचे स्थानों से गिरने से कई लोगों की मौत हो गई। एसईओसी ने कहा कि सबसे ज्यादा 16 मौतें कांगड़ा जिलों में दर्ज की गईं, उसके बाद हमीरपुर में 8, कुल्लू में 4 और चंबा में 3 मौतें हुईं। सड़क हादसों में अब तक कुल 45 लोगों की मौत हो चुकी है।
एसईओसी ने बताया कि सरकारी और निजी संपत्तियों को 883 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। 1,228 मवेशी और 21,500 मुर्गियां भी मर गई हैं। राज्य सरकार एसईओसी के माध्यम से बाढ़ पर लगातार नजर रख रही है। जिला प्रशासन के सहयोग से तेजी से राहत और पुनर्वास गतिविधियां चला रही है। प्रभावित परिवारों के लिए मुआवजा और सहायता गतिविधियां जारी हैं। आने वाले दिनों में भारी बारिश की चेतावनी के मद्देनजर अधिकारियों ने नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बाढ़ को लेकर दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि नुकसान लगभग 1,000 करोड़ रुपये का है। यह बात सामने आई कि राज्य को पिछले तीन वर्षों में बारिश के कारण 21,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। सीएम ने केंद्र से सहायता का अनुरोध किया।