शिमला, 11 सितंबर 2024
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में इन दिनों एक मस्जिद के विवाद को लेकर गर्मी का माहौल है। मारपीट की एक घटना के बाद मामले ने सियासी तूल पकड़ा और मस्जिद का अवैध निर्माण बहुत बड़ा मुद्दा बन गया।
अवैध निर्माण के बावजूद तीन अलग-अलग सरकारें आईं, लेकिन किसी ने भी ठोस कार्रवाई नहीं की।
हाल ही जब कुछ मुस्लिम नवयुवकों ने एक अन्य युवक विक्रम सिंह की निर्मम पिटाई की और इस मस्जिद में छुप गए, तब मामले ने तूल पकड़ा।
वैसे शिमला के संजौली इलाके में मस्जिद का मामला नगर निगम की कोर्ट में 2010 से चल रहा है। तब से अब तक भाजपा और कांग्रेस दोनों की सरकारें आ चुकी हैं, लेकिन किसी ने भी इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया। नगर निगम प्रशासन पर भी लापरवाही का आरोप है। बार-बार नोटिस जारी करने के बावजूद मस्जिद में चार से पांच मंजिलें अवैध तरीके से बन गईं।
आरोप है कि अवैध निर्माण के बावजूद मस्जिद को बिजली और पानी के कनेक्शन नहीं काटे गए। मस्जिद के पूर्व प्रधान ने कोर्ट में बताया कि 2012 तक मस्जिद दो मंजिला थी, लेकिन इसके बाद अवैध निर्माण हुआ।
हिमाचल सरकार में मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने विधानसभा में यह भी कहा कि मस्जिद हिमाचल सरकार की जमीन पर बनी है जबकि वक्फ बोर्ड ने कोर्ट में दावा किया है कि यह उनकी जमीन पर बनी है। इस विवाद की अगली सुनवाई 5 अक्टूबर को होगी।
मस्जिद का यह विवाद अब तक अनसुलझा बना हुआ है, और स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है।
मस्जिद का निर्माण 1947 में हुआ था और 2010 में इसका पुनर्निर्माण किया गया था। इसी दौरान कई अवैध निर्माण किए गए। स्थानीय लोगों का आरोप है कि यह निर्माण पूरी तरह से अवैध है और इसकी अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
शिमला नगर निगम ने कई बार मस्जिद के भीतर के अवैध निर्माण के खिलाफ नोटिस जारी किए, लेकिन निर्माण रुकने का नाम नहीं ले रहा है। इसके विरोध में स्थानीय लोगों ने 5 सितंबर को भी प्रदर्शन किया था।
अभी क्यों भड़की चिंगारी?
लगभग एक पखवाड़े पहले संजौली में मल्याणा में एक दुकान चलाने वाले 37 वर्षीय विक्रम सिंह के साथ एक युवक और उसके दोस्तों ने मारपीट की । मारपीट करने वाले युवक मुस्लिम समुदाय से हैं। दोनों पक्षों के बीच थोड़ी कहासुनी हुई, जो मारपीट में बदल गई थी। आरोपियों ने विक्रम सिंह पर डंडे और रॉड से मार मार कर बुरी तरह जख्मी कर दिया था। विक्रम सिंह के सिर पर करीब 14 टांके लगे। ढली पुलिस ने इस केस में छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। आरोपियों में दो नाबालिग थे।
मारपीट के बाद मस्जिद में छिपे थे आरोपी
आरोप है कि वारदात करने के बाद मुस्लिम युवक मस्जिद में आकर छिप गए। उसके बाद हिंदू संगठनों ने संजौली में प्रदर्शन किया और मस्जिद को अवैध बताते हुए गिराने की मांग की। बीते दो सितंबर को स्थानीय लोगों ने विवादित मस्ज़िद के सामने हनुमान चालीसा का पाठ किया । हिंदू संगठनों के बैनर तले प्रदर्शनकारियों ने इस मस्जिद में अवैध निर्माण का मुददा उठाया और प्रशासन से इसे गिराने की मांग की।