Uttar Pradesh

मिर्ज़ापुर : बाढ़ में विकराल हुई समस्याएं, राहत सामग्री व नावों को तरस रहे ग्रामीण

संतोष देव गिरि

मिर्ज़ापुर, 3 अगस्त 2025:

यूपी के मिर्जापुर जिले में उफनाई गंगा में रौद्र रूप धारण कर लिया है। खतरे के निशान से ऊपर भर रही गंगा के पानी ने गांवों को घेर लिया है। रास्ते व खेत खलिहान डूबे हैं वहीं पीड़ित सुरक्षित ठिकानों पर जाने व भूख मिटाने के लिए नाव व राहत सामग्री को तरस रहे हैं। वहीं प्रशासन निगरानी कर बचाव व राहत पहुंचाने का दावा कर रहा है।

बता दें कि मिर्ज़ापुर में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 21.60 सेमी ऊपर दर्ज किया गया है।
बीते 24 घंटे में जलस्तर में 4 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गई है और 2.00 सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से पानी बढ़ता जा रहा है। इस रफ्तार से यदि वृद्धि जारी रही तो अगले 24 घंटों में हालात और बिगड़ सकते हैं। इन सबके बीच प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रभावित क्षेत्रों में निगरानी और सतर्कता बढ़ाने का दावा किया है।

हलिया विकास खंड क्षेत्र में अदवा नदी पुल के बराबर में पानी बहने से लोगों की धड़कनें तेज हो गई हैं। अदवा बांध में ऊपर से पानी लगातार आने के कारण बांध का पानी छोड़ा जा रहा है। इससे नदी के दोनों तरफ रहने वाले ग्रामीणों, पशु चराने वाले चरवाहे, फसल की रखवारी करते किसान, मछली पालक सहित दुकानदारों को भी आगाह किया गया है कि वह बांध के करीब न जाएं। बांध का पानी लगातार बढ़ रहा है।

जिला मुख्यालय के करीब में स्थित कोन विकास खंड क्षेत्र के मल्लेपुर, हरसिंहपुर सहित कई गांवों में राहत सामग्री में हीलाहवाली बरतें जाने का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने आक्रोश जताया है। गांव में आवागमन बाधित हो गया है‌ लोग कमर भर पानी से होकर अपने सामान व पशुओं को ले जाने के लिए मजबूर हैं। प्रशासन से बार-बार नाव व मोटर वोट की मांग की जा रही है। ग्रामीणों ने राहत पहुंचाने में हीलाहवाली का आरोप लगाते हुए त्वरित कार्रवाई किए जाने की मांग की है। वहीं चुनार-राजगढ़ मार्ग पर सेमरी में सड़क के ऊपर पानी का भारी दबाव बढ़ने से आवागमन बंद हो गया है इससे इस मार्ग से होकर आवागमन करने वाले लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं। स्थानीय प्रशासन ने यात्रियों को इस मार्ग से यात्रा न करने का हिदायत दी है।

नगर निगम मिर्जापुर ने संभावित बाढ़ प्रभावित इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है। प्रशासन की टीमें हालात पर नजर बनाए हुए हैं और संवेदनशील इलाकों में गश्त भी तेज कर दी गई है।गंगा नदी के आसपास रहने वाले लोगों से अपील की गई है कि वे सतर्क रहें, अफवाहों से बचें, नदी किनारे न जाएं। किसी भी आपात स्थिति के लिए कंट्रोल रूम को सक्रिय कर दिया गया है। राहत और बचाव कार्यों के लिए टीमें पूरी तरह से तैयार हैं।

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