
अमित मिश्र
प्रयागराज, 4 अगस्त 2025 :
यूपी के प्रयागराज में गंगा और यमुना अपने रौद्र रूप में दिख रही है। खतरे का निशान पार करने के बाद दोनों नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। कछार इलाकों के बाद अब शहर के कई पॉश इलाके भी बाढ़ की चपेट में आ रहे हैं। बताया गया कि सोमवार को डिप्टी सीएम बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेंगे वहीं मंगलवार को सीएम योगी का निरीक्षण प्रस्तावित है।
उत्तर भारत में बीते एक हफ्ते से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से प्रयागराज में गंगा और यमुना कहर ढा रहीं हैं। सोमवार सुबह 9 बजे इन दोनों नदियों ने वर्ष 2013 में आई बाढ़ का रिकार्ड तोड़ते हुए नया जलस्तर दर्ज किया। गंगा का जलस्तर 86.9 मीटर जबकि यमुना का जलस्तर 86.8 मीटर तक पहुंच गया। जलस्तर में हुई इस वृद्धि से शहर की 61 बस्तियां व जिले के 275 गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। इससे 5 लाख की आबादी प्रभावित हुई है। वहीं 80 हज़ार लोग बेघर हो गए हैं। जिले में 19 राहत शिविरों की स्थापना की गई है, जिनमें अब तक 9 हज़ार से अधिक बाढ़ पीड़ितों ने शरण ली है। बाढ़ का दायरा बढ़ने के साथ एनडीआरएफ और सीडीआरएफ की टीमें भी सक्रिय हैं। इनके अलावा तहसील प्रशासन की ओर से मोटरबोट व नावें चलाई गई हैं। इनकी मदद से बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने का क्रम जारी है।
पार्षदों और क्षेत्र के प्रभावी लोगों को लेखपालों, एनडीआरएफ के अफसरों व नाविकों के मोबाइल नंबर दिए गए हैं। ताकि बाढ़ में घिरे लोगों तक मदद पहुंच सके। डीएम, एडीएम, एसडीएम और तहसीलदार सुबह से ही मैदान में डटे हुए हैं और हर प्रभावित क्षेत्र की निगरानी कर रहे हैं। जिले में बाढ़ की भयावहता को देखते हुए सोमवार को उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य स्वयं प्रभावित क्षेत्रों और राहत शिविरों का निरीक्षण करेंगे। इसके बाद मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रयागराज आएंगे और हवाई सर्वेक्षण कर हालात का जायजा लेंगे। वे सर्किट हाउस में एक उच्चस्तरीय बैठक भी करेंगे।