नई दिल्ली; अपनी मेहनत की कमाई को सुरक्षित और बढ़ाने के लिए निवेश की सही योजना बेहद जरूरी है। म्यूचुअल फंड में एसआईपी (सिस्टमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान) एक लोकप्रिय तरीका है, और इसी में एक खास रणनीति, जिसे 10:12:30 फॉर्मूला कहा जाता है, लंबे समय में बड़े फंड बनाने में मदद कर सकती है। इस फॉर्मूले के जरिए कोई भी निवेशक 3 करोड़ रुपये से अधिक का कॉर्पस तैयार कर सकता है, बशर्ते अनुशासन के साथ निवेश जारी रखा जाए।
इस फॉर्मूले में तीन मुख्य तत्व शामिल हैं। ‘10’ का मतलब है कि निवेशक हर महीने 10,000 रुपये का निवेश करेगा। ‘12’ से आशय है औसतन 12% वार्षिक रिटर्न, और ‘30’ का मतलब है 30 साल तक लगातार निवेश। उदाहरण के तौर पर यदि कोई व्यक्ति 30 साल की उम्र में इस योजना की शुरुआत करता है और 60 साल की उम्र तक इसे जारी रखता है, तो उसके निवेश की कुल राशि 36 लाख रुपये होगी। कंपाउंडिंग की ताकत से इस राशि पर लगभग 2.72 करोड़ रुपये का ब्याज मिलेगा, जिससे कुल फंड 3.08 करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगा।
इसमें कंपाउंडिंग की भूमिका सबसे अहम है, क्योंकि समय के साथ रिटर्न पर भी रिटर्न मिलता है, जो पूंजी को तेज़ी से बढ़ाता है। वित्तीय विशेषज्ञ मानते हैं कि इस तरह की लंबी अवधि की निवेश योजना रिटायरमेंट के लिए मजबूत आर्थिक सुरक्षा प्रदान कर सकती है। हालांकि, इसके लिए जरूरी है कि निवेशक बीच में एसआईपी बंद न करे और बाजार की अस्थिरता से घबराकर निवेश योजना में बदलाव न लाए।
10:12:30 फॉर्मूला न केवल एक सरल कैलकुलेशन है, बल्कि यह निवेश में अनुशासन और दीर्घकालिक सोच की अहमियत भी सिखाता है। कमाई का एक निश्चित हिस्सा बचाकर सही जगह निवेश करने से आर्थिक स्वतंत्रता हासिल की जा सकती है, और यह तरीका उसका एक बेहतरीन उदाहरण है।