
कानपुर, 11 अगस्त 2025
कानपुर के सरसौल स्टेशन पर नॉर्दर्न सेंट्रल रेलवे द्वारा 600 करोड़ की लागत से तैयार किया गया रनिंग रूम कुछ ही महीनों में जर्जर हो गया है, जिससे निर्माण गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। करोड़ों रुपए खर्च कर बनाए गए इस भवन की गलियारों की फॉल्स सीलिंग और बाथरूम की छतें गिर चुकी हैं।
रेलवे का दावा था कि यह रनिंग रूम थ्री-स्टार सुविधाओं से लैस होगा और इसे एनसीआर का सबसे आधुनिक रनिंग रूम बताया गया था। 350 बेड की क्षमता वाला यह भवन हाल ही में उपयोग के लिए सौंपा गया था, लेकिन बारिश के बाद इसकी कमजोर निर्माण गुणवत्ता सामने आ गई।
रेलवे ड्राइवर और गार्ड्स के आराम के लिए बनाए जाने वाले रनिंग रूम में उत्कृष्ट सुविधाएं होनी चाहिए, लेकिन यहां की दीवारों और छत की हालत देखकर यह कहना मुश्किल है कि इसमें इतनी भारी-भरकम लागत क्यों लगी। सूत्रों के मुताबिक, रखरखाव के लिए दो साल का 8 करोड़ का ठेका दिया गया था, फिर भी गिरी हुई सीलिंग की मरम्मत तक नहीं की गई।
स्थानीय कर्मचारियों का कहना है कि निर्माण में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई है। लागत में भारी अनियमितता और घटिया सामग्री के इस्तेमाल की आशंका जताई जा रही है। सीपीआरओ शशिकांत त्रिपाठी ने स्वीकार किया कि बारिश के कारण फॉल्स सीलिंग गिरी, जिसकी मरम्मत कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि तकनीकी जांच भी शुरू की गई है और यदि निर्माण एजेंसी की लापरवाही साबित हुई तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना रेलवे की निर्माण परियोजनाओं में पारदर्शिता और गुणवत्ता को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े करती है। करोड़ों की लागत वाले इस भवन का इतने कम समय में जर्जर होना न केवल वित्तीय हानि है, बल्कि कर्मचारियों की सुरक्षा और सुविधा पर भी खतरा है।