Uttar Pradesh

प्रयागराज : काटने की आदत नहीं छूटी तो आवारा कुत्तों को मिलेगी उम्रकैद…जेल तैयार

अमित मिश्र

प्रयागराज, 16 सितंबर 2025 :

यूपी के प्रयागराज जिले में हमलावर आवारा कुत्तों को सबक सिखाने के लिए जिम्मेदार विभागों ने कमर कस ली है। प्रमुख सचिव नगर विकास द्वारा जारी किए गए आदेश के तहत यहां जेल तैयार कर ली गई है। पहली बार किसी इंसान को काटने पर आवारा कुत्ते को कुछ दिन की सजा भुगतनी होगी। यहां उसे माइक्रोचिप से लैस किया जाएगा। जाने के बाद फिर किसी को काटा तो उसे जेल में उम्रकैद काटनी होगी। हालांकि इससे पहले एक कमेटी बारीकी से सभी तथ्यों की मॉनिटरिंग करेगी।

बता दें कि प्रयागराज में ये तैयारी प्रदेश सरकार के प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात द्वारा प्रदेश के सभी नगर निकायों को जारी नए आदेश के तहत की गई है। इस आदेश में हमलावर आवारा कुत्तों को अनूठी सजा का प्रावधान किया गया है। आदेश के अनुसार पहली बार किसी को काटने पर कुत्ते को 10 दिन की संजा होगी। दूसरी बार काटने पर उसे उम्रकैद की सजा दी जाएगी, उम्र कैद और 10 दिन की सजा के दौरान कटखने कुत्ते को रखने के लिए प्रयागराज में इंसानों की तर्ज पर कुत्तों की जेल तैयार है। ये जेल शहर के करेली इलाके के एनिमल बर्थ कंट्रोल (एबीसी) सेंटर में है जहां एक साथ सैकड़ों कुत्तों को रखा जा सकता है। दो दर्जन के करीब बैरक ( कम्युनिटी कैनल ) बनाई गईं है । हर एक बैरक की क्षमता 12 कुत्तों की है इसके अलावा ज्यादा आक्रामक कुत्तों के लिए इंसानी जेलों की हाई सिक्यूरिटी बैरक की तर्ज पर 30 आइसोलेशन वार्ड भी बनाए गए हैं जिसमें एक बैरक में एक समय पर एक ही कुत्ते को रखा जाएगा। प्रयागराज में कुत्तों की इस जेल में फिलहाल 190 कुत्ते मौजूद है।

हालांकि कुत्तों को सजा देने के मामले में कुछ शर्तें भी रखी गई हैं। इसके लिए पीड़ित व्यक्ति को सरकारी अस्पताल में इलाज का प्रमाण देना होगा। इसकी जानकारी होने पर नगर निगम के पशुधन विभाग की टीम काटने वाले कुत्ते को पकड़कर एबीसी सेंटर ले जाएगी। सेंटर पर इलाज के साथ कुत्ते को निगरानी में रखा जाएगा। 10 दिन बाद सेंटर से छोड़े जाने के पहले कुत्ते के शरीर पर माइक्रोचिप लगाई जाएगी। माइक्रोचिप के जरिए ही कुत्ते के व्यवहार और लोकेशन पर निगरानी रखी जाएगी। 10 से 15 दिन जेल में गुजारने के बाद भी अगर कुत्ते के व्यवहार में बदलाव नहीं दिखता और वो बगैर किसी उकसावे पर किसी दूसरे शख्स को काट खाता है तो माना जाएगा कि वो सीरियल ओफेंडर या आदतन कटखना है। ऐसे हाल में उसे आजीवन कारावास की सजा मिलना तय है ।

जिला पशुधन अधिकारी विजय अमृतराज ने बताया कि सरकार की तरफ से गठित तीन सदस्यीय टीम ये जांच करेगी की वाकई कुत्ते ने दो बार लोगों को काटा है, क्या वो वाकई आदतन कटखना है । इस जांच टीम में पशुधन अधिकारी, स्थानीय निकाय के प्रतिनिधि और एसपीसीए के सदस्य होंगे। टीम जांच में ये भी देखेगी कि कहीं कुत्ते को हमला करने के लिए प्रेरित तो नहीं किया गया। हमले के लिए प्रेरित नहीं करने का प्रमाण मिलने पर कुत्ते को पुनः एबीसी सेंटर की जेल में आजीवन रखा जाएगा।

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