
अंशुल मौर्य
वाराणसी, 25 सितंबर 2025:
यूपी के वाराणसी में नवरात्रि के चौथे दिन दुर्गाकुंड स्थित दुर्गा मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। भोर से ही भक्त माता के दर्शन के लिए कतारों में खड़े हो गए। मंदिर परिसर में भक्ति का ऐसा रंग चढ़ा कि दर्शन-पूजन का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा।
दुर्गा मंदिर में मंदिर में सुबह से ही भक्तों की लंबी कतारें लगी रहीं। हर कोई माता के दर्शन की प्रतीक्षा में उत्साह और श्रद्धा से भरा दिखा। व्यवस्थित दर्शन के लिए मंदिर प्रशासन ने हर संभव प्रयास किए हैं, ताकि भक्तों को माता के चरणों में समय बिताने का पूरा अवसर मिले। पुजारी सोनू ने बताया कि आज मां कुष्मांडा का स्वर्ण श्रृंगार किया गया, जिसने हर भक्त का मन मोह लिया। रोज़ाना माता का अलग-अलग चीजों से श्रृंगार होता है, जो भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहता है। पुजारी ने कहा, “मां कुष्मांडा हर मनोकामना पूरी करतीं हैं। यहाँ भक्त अपनी माँ, पत्नी और बच्चों के साथ आते हैं, क्योंकि माँ संतान प्राप्ति का भी आशीर्वाद देतीं हैं।”
भक्तों की भीड़ को देखते हुए मंदिर और पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 2 किलोमीटर लंबा रेड कार्पेट बिछाया गया, ताकि दर्शन के लिए आने वाले भक्तों को कोई असुविधा न हो। सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए, जिससे भक्ति का यह उत्सव शांति और व्यवस्था के साथ संपन्न हो। बताते हैं कि मां कुष्मांडा सृष्टि की आदि-स्वरूपा और आदि शक्ति हैं। जब चारों ओर केवल अंधकार था और सृष्टि का कोई अस्तित्व नहीं था, तब माँ ने अपनी मंद हंसी से ब्रह्मांड की रचना की। इसीलिए उन्हें कुष्मांडा के नाम से जाना जाता है।