
लखनऊ, 7 अक्टूबर 2025:
यूपी के रायबरेली जनपद में हरिओम वाल्मीकि नामक युवक की सनसनीखेज तरीके से हुई हत्या को लेकर सियासत गरमा गई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए सरकार पर भीड़तंत्र को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि इंसानियत, संविधान और न्याय की हत्या है।
दूसरी तरफ वाल्मीकि जयंती के दिन मंगलवार को एनएसयूआई (NSUI) कार्यकर्ताओं ने लखनऊ के हजरतगंज में घटना के विरोध में प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने काली पट्टियां बांधकर हाथों में तख्तियां लेकर नारेबाजी की। कहा कि देश बाबा वालों से नहीं, बाबा साहब वालों से चलेगा और दलित विरोधी ये सरकार नहीं चलेगी।
प्रदर्शनकारी राजभवन से अटल चौक स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा तक मार्च करना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक लिया। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों में तीखी झड़प हुई। कई कार्यकर्ताओं हिरासत में लिया गया और बाद में ईको गार्डन ले जाकर छोड़ा गया।
प्रदर्शन में शामिल अहमद, शुभम आदि ने जब तक अत्याचार जारी रहेगा, हम सड़कों पर आवाज उठाते रहेंगे। यह देश संविधान से चलेगा, तानाशाही से नहीं। हरिओम की जिस तरह से मॉब लिंचिंग कर हत्या की गई, वह इंसानियत को झकझोर देने वाली है। इसका वीडियो भी सामने आया है।
कांग्रेस पार्टी ने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का भरोसा दिया है। राहुल गांधी ने हरिओम के परिजनों से फोन पर बात कर उन्हें हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा कि देश में नफरत, हिंसा और भीड़तंत्र को सत्ता का संरक्षण मिला है। संविधान की जगह बुलडोजर ने ले ली और इंसाफ की जगह डर ने। मैं हरिओम के परिवार के साथ खड़ा हूं। उन्हें न्याय जरूर मिलेगा। भारत का भविष्य समानता और मानवता पर टिका है। यह देश संविधान से चलेगा, भीड़ की सनक से नहीं।