
लखनऊ, 14 अक्टूबर 2025:
यूपी STF ने भारत-नेपाल सीमा पर फर्जी विशेष परमिट के जरिए अवैध बस संचालन का पर्दाफाश करने के साथ बड़ी कार्रवाई की है। टीम ने इस गोरखधंधे के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में सागरपुर, जनकपुरी, नई दिल्ली निवासी राम प्रसाद और नगालैंड के काहिमा निवासी चालक बाले थापा शामिल हैं।
एसटीएफ ने राम प्रसाद को दिल्ली से जबकि चालक बाले थापा को लखनऊ के किसान पथ से दबोचा। एसटीएफ के एएसपी लाल प्रताप सिंह के मुताबिक परिवहन आयुक्त के निर्देश पर अलीगढ़ के सहायक संभागीय अधिकारी की तहरीर पर थाना बन्नादेवी में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की गई थी।
जांच में सामने आया कि बस (यूपी 81 सीटी 4920) को फर्जी विशेष परमिट पर चलाया जा रहा था। इस बस के जरिए भारत-नेपाल के बीच नियमित रूप से यात्रियों का आवागमन कराया जा रहा था।
इंस्पेक्टर अंजनी पांडेय के नेतृत्व में गठित टीम ने छापेमारी कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया। पूछताछ में राम प्रसाद ने खुलासा किया कि वह “चाचा-चाची ट्रैवेल्स” के नाम से एक ट्रैवल एजेंसी चलाता है। उसने फरवरी 2024 में “कन्नू ट्रैवेल्स” से सेकेंडहैंड बस पत्नी उषा के नाम पर खरीदी थी।
नेपाल रूट के लिए परमिट प्रक्रिया लंबी होने पर उसने आरटीओ द्वारा जारी परमिट में हेराफेरी कर फर्जी पीडीएफ परमिट तैयार कर लिया। इस अवैध बस संचालन में उसका बेटा मिलन शर्मा और चालक बाले थापा भी शामिल थे।
फिलहाल दोनों आरोपियों को अलीगढ़ पुलिस के हवाले कर दिया गया है। मामले की आगे की जांच जारी है। अन्य संबंधित लोगों की भूमिका की भी पड़ताल की जा रही है।