
नितिन द्विवेदी
लखनऊ, 14 अक्टूबर 2025:
लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) की वरुण विहार आवासीय योजना के विरोध में किसानों ने मोर्चा खोल दिया। भारतीय किसान यूनियन (लोकतांत्रिक) राष्ट्रीय संगठन (अराजनैतिक) के बैनर तले मोहान रोड स्थित सलेमपुर पतौरा मोड़ पर 12 गांवों के सैकड़ों किसान एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए।
किसानों ने एलडीए के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और साफ चेतावनी दी कि जब तक लिखित समझौता और पूरा मुआवजा तय नहीं होता, तब तक “एक इंच जमीन भी नहीं दी जाएगी। भालिया, आदमपुर, इंदवारा, बहरू, जलियां मऊ, मदारपुर, इब्राहिमगंज, नटकौरा, तेज किशन, दोना, रेवरी और सकरा गांव के किसानों ने हाथों में तख्तियां लेकर “जय जवान, जय किसान” के नारे लगाए।
किसानों ने मौके पर पहुंचे एलडीए के नायब तहसीलदार तुलसीराम को ज्ञापन सौंपा और कहा कि अबकी बार कोई धोखा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। संगठन के अध्यक्ष राकेश सिंह चौहान बोले एलडीए ने पहले भी किसानों को ठगा है गोमतीनगर राजाजीपुरम, जानकीपुरम व बसंत कुंज योजनाओं में किसानों के साथ दोहरे मापदंड अपनाए गए। कहीं मुआवजे में भेदभाव हुआ, तो कहीं विरोध करने पर गोलियां चलीं,”
चौहान ने बताया कि सीतापुर रोड योजना में दो किसानों की मौत और बसंत कुंज योजना में कई किसानों के घायल होने की घटनाएं हुई थीं। उन्होंने कहा कि अब किसान किसी भी कीमत पर शोषण नहीं सहेंगे। किसानों ने 21 अगस्त को हुई किसान महापंचायत की 16 प्रमुख मांगों को दोहराया। इनमें डीएम सर्किल रेट बढ़ाना, सम्पूर्ण मुआवजा और 5% भूमि वापसी, मुफ्त भूखंड, रोजगार की गारंटी, गांवों का विकास, स्कूलों का आधुनिकीकरण, हाउस टैक्स से राहत आदि शामिल रहीं।
किसानों ने चेताया कि अगर मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन की आवाज मुख्यमंत्री आवास तक पहुंचेगी। नायब तहसीलदार तुलसीराम ने मंच से आश्वासन दिया कि किसानों की सभी मांगों को उच्च अधिकारियों तक पहुंचाया जाएगा और समाधान के प्रयास किए जाएंगे। इस दौरान राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजाराम लोधी, युवा जिला अध्यक्ष अमित यादव समेत संगठन के कई पदाधिकारी मौजूद रहे।