लखनऊ, 24 अक्टूबर 2025:
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास पर अग्निशमन एवं आपात सेवा विभाग के कार्यों की समीक्षा की। बैठक में उन्होंने विभाग के कैडर रिव्यू की आवश्यकता पर जोर देते हुए निर्देश दिए कि हर रीजन में स्पेशलाइज्ड यूनिट गठित की जाए, जो केमिकल, बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल दुर्घटनाओं और सुपर हाईराइज बिल्डिंग जैसी आपात परिस्थितियों से निपट सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि फायर सर्विस जनता के जीवन और संपत्ति की सुरक्षा से जुड़ा हुआ विभाग है, इसलिए इसकी संरचना ऐसी होनी चाहिए जो त्वरित, कुशल और उत्तरदायी प्रतिक्रिया देने में सक्षम हो। उन्होंने निर्देश दिए कि विभाग को अत्याधुनिक उपकरणों और प्रशिक्षित जनशक्ति से सुसज्जित किया जाए, ताकि किसी भी आपदा की स्थिति में राहत और बचाव कार्यों को तेजी से अंजाम दिया जा सके।
बैठक के दौरान विभाग में नए पदों के सृजन पर भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक जनपद में फायर एवं आपात सेवाओं की त्वरित उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि हर एक्सप्रेसवे पर 100 किलोमीटर की दूरी पर एक छोटी फायर चौकी, फायर टेंडर सहित स्थापित की जाए, ताकि दुर्घटना की स्थिति में गोल्डन आवर के भीतर राहत व बचाव कार्य प्रारंभ किया जा सके।
सीएम योगी ने अधिकारियों से कहा कि विभाग के पुनर्गठन की प्रक्रिया समयबद्ध रूप से पूरी की जाए, ताकि इसका लाभ शीघ्र जनता तक पहुंच सके। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि राज्य की सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए फायर सर्विस को तकनीकी रूप से उन्नत और आत्मनिर्भर बनाना सरकार की प्राथमिकता है।






