लखनऊ, 25 अक्टूबर 2025:
उत्तर प्रदेश में दवाओं की गुणवत्ता और निगरानी प्रणाली को और मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ड्रग कंट्रोल सिस्टम के व्यापक सुधार के निर्देश दिए। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (FSDA) की उच्चस्तरीय बैठक में सीएम ने स्पष्ट कहा कि जनस्वास्थ्य से कोई समझौता नहीं होगा।
वर्तमान में प्रदेश में केवल 109 ड्रग इंस्पेक्टर तैनात हैं, जिन्हें मानकों के मुताबिक अपर्याप्त माना गया है। योगी ने निर्देश दिया कि उनकी संख्या दोगुनी की जाए, ताकि पूरे राज्य में प्रभावी निगरानी हो सके। जिलास्तर पर नियंत्रण बढ़ाने के लिए नया पद जिला ड्रग कंट्रोल अफसर सृजित करने का फैसला भी लिया गया है।
सीएम ने भर्ती प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी बनाने पर जोर दिया। अब ड्रग इंस्पेक्टर समेत सभी प्रमुख पदों पर नियुक्तियां इंटरव्यू की जगह लिखित परीक्षा के माध्यम से होंगी, जिससे गुणवत्ता और निष्पक्षता सुनिश्चित हो सके। बैठक में ड्रग कंट्रोलर कैडर के उच्च पदों का पुनर्गठन विषय भी चर्चा में रहा।
योगी ने उप आयुक्त (ड्रग) के पदों की संख्या बढ़ाने और संयुक्त आयुक्त के पद पर प्रोमोशन संबंधी नियमों में बदलाव को मंजूरी दी। साथ ही ड्रग कंट्रोलर पद के लिए स्पष्ट योग्यताएं, मानक और निर्धारित कार्यकाल तय करने के निर्देश दिए, ताकि शीर्ष स्तर पर जवाबदेही सुनिश्चित की जा सके। सीएम ने कहा कि राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप दवा निरीक्षण व्यवस्था तैयार करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। जिससे प्रदेश के नागरिकों को सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण दवाएं मिल सकें।






