लखनऊ, 31 अक्टूबर 2025:
राजधानी लखनऊ स्थित समाजवादी पार्टी मुख्यालय में शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री एवं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रेसवार्ता कर प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि सत्ता में आने पर सरदार पटेल के नाम पर एक विश्वविद्यालय का निर्माण कराया जाएगा। वहीं उन्होंने यूपी में होने वाले SIR में जाति का अतिरिक्त कॉलम शामिल करने की मांग रखी।
सपा प्रदेश कार्यालय पर प्रेस कांफ्रेंस में अखिलेश यादव ने गन्ना मूल्य को लेकर सरकार की नीति पर सवाल उठाते हुए कहा, “गन्ना मूल्य में कम से कम 30 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि होनी चाहिए थी। सरकार को ऐसा मूल्य तय करना चाहिए जिसमें किसान खुशहाल हो सके।” उन्होंने तंज कसा कि सरकार ने गन्ना मूल्य और भुगतान से जुड़ा विज्ञापन अंग्रेजी अखबारों में छपवाया है “बताइए कितने किसान अंग्रेजी पढ़ पाते हैं?” सपा प्रमुख ने कहा कि बहराइच की गन्ना मिल बंद हो गई, जिम्मेदार लोग किसानों का करोड़ों रुपया लेकर फरार हो गए और सरकार मूकदर्शक बनी रही। “अब सरकार मंडियां बेचने की साजिश कर रही है,” उन्होंने कहा।
SIR के दूसरे चरण को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि इतनी बड़ी प्रक्रिया में जाति का एक अतिरिक्त कॉलम जोड़ा जाना चाहिए। इससे जाति जनगणना कराने और कल्याणकारी योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन में मदद मिलेगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि सरकार इस सुझाव पर गंभीरता से विचार करेगी।
कानपुर के अखिलेश दुबे प्रकरण का उल्लेख करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि “जितना भ्रष्टाचार इस सरकार में है, उतना किसी में नहीं हुआ।” उन्होंने विकास दुबे एनकाउंटर का जिक्र करते हुए कहा, “उसकी गाड़ी इसलिए पलटाई गई थी कि कहीं सरकार न पलट जाए। अब अखिलेश दुबे को बचाया जा रहा है।”
सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार में महिलाएं और बेटियां सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं। दलितों और पिछड़ों के उत्पीड़न की घटनाएं बढ़ी हैं। उन्होंने कहा, “स्वास्थ्य क्षेत्र में सरकार ने कोई ठोस काम नहीं किया। एंबुलेंस सेवा हमने शुरू की थी, हमारी सरकार आने पर इसकी संख्या और बढ़ाई जाएगी।” उन्होंने तंज करते हुए कहा, “आज भाजपा के बड़े नेता भी जब इलाज कराते हैं तो सपा सरकार में बनाए गए मेदांता अस्पताल में ही जाते हैं। इस सरकार में इलाज कराना भगवान भरोसे है।”






