लखनऊ, 4 नवंबर 2025:
यूपी की राजधानी लखनऊ के नगर निगम में महापौर और नगर आयुक्त के बीच टकराव थम नहीं रहा है। इस बीच प्रशासनिक फेरबदल तेज हो गया है। नगर आयुक्त गौरव कुमार ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए कई अधिकारियों के तबादले कर दिए। इनमें सात जोनल अधिकारी, पांच जोनल सेनेटरी अफसर और 20 से अधिक अन्य अधिकारी शामिल हैं।
इस फेरबदल में जोन-6 और जोन-8 के जोनल अधिकारियों को हटाकर अधीक्षक पद पर भेजा गया है। वहीं जोन-5 के जोनल अधिकारी नंद किशोर को कर अधीक्षक का पद स्वीकार न करने पर केवल प्रभारी विधि की जिम्मेदारी दी गई है।
नई तैनातियों में आकाश कुमार को जोन-3, शिल्पा कुमारी को जोन-4, संजय यादव को जोन-2, विनीत कुमार सिंह को जोन-5 और रामेश्वर प्रसाद को जोन-7 का प्रभारी बनाया गया है।
नगर आयुक्त ने यह निर्णय राजस्व वसूली में कमजोर प्रदर्शन और तीन साल से एक ही जोन में तैनाती जैसे कारणों के आधार पर लिया है। कर अधीक्षकों में अजीत राय (जोन-7), मनोज यादव (जोन-3), सभाजीत यादव (जोन-5), आलोक श्रीवास्तव (जोन-3), अनुराग उपाध्याय (जोन-1) और अमरजीत यादव (जोन-6) को नई जिम्मेदारियां दी गई हैं।
सूत्रों के अनुसार नगर आयुक्त ने सोमवार को स्मार्ट सिटी कार्यालय में बैठक बुलाई थी। बैठक में पहुंचे अधिकारियों को बंद लिफाफे में ट्रांसफर आदेश सौंप दिए गए। आदेश देखकर कई अधिकारी हैरान रह गए। नगर आयुक्त ने उसी समय सभी से नए पद पर कार्यभार ग्रहण करने की लिखित रिसीविंग भी ली और चेतावनी दी कि सिफारिश की कोशिश करने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
इसी क्रम में सेनेटरी अफसरों के तबादले भी किए गए हैं। इनमें सचिन सक्सेना (जोन-5), जितेंद्र गांधी (जोन-8), विशुद्धानंद त्रिपाठी (जोन-6), संचिता मिश्रा (जोन-7), सत्येन्द्र नाथ (जोन-8), राजेश कुमार (जोन-6), मीरा रान (जोन-8) और विजेता द्विवेदी (जोन-6) शामिल हैं।
ट्रांसफर के बाद कुछ अधिकारियों ने फाइलों पर हस्ताक्षर करने से इंकार कर दिया। हालांकि इसके बाद अधिकतर ने अपने नए पद पर कार्यभार संभाल लिया।






