लखनऊ, 5 नवंबर 2025:
यूपी में हर साल नवंबर का महीना सरकारी नौकरियों से रिटायर हुए बुजुर्गों के लिए बेहद अहम होता है, क्योंकि इसी दौरान उन्हें अपनी पेंशन जारी रखने के लिए सरकार को अपने जीवित होने का प्रमाण देना होता है। इस प्रक्रिया के तहत पेंशनर्स को अपने बैंक, डाकघर या ट्रेजरी में “जीवित प्रमाणपत्र” जमा करना होता है।
राजधानी लखनऊ स्थित जवाहर भवन और कलेक्ट्रेट ट्रेजरी ऑफिस में 1 नवंबर से ही पेंशनर्स की भीड़ जुटने लगी है। कई बुजुर्ग या उनके आश्रित पेंशन के लिए इस प्रक्रिया से गुजर रहे हैं। हालांकि यह एक आवश्यक सरकारी प्रक्रिया है, लेकिन इसके दौरान बुजुर्गों को लंबी लाइनों और शारीरिक असुविधा का सामना करना पड़ता है।
सरकार ने इस परेशानी से बचाने के लिए ‘जीवन प्रमाण डिजिटल सेवा’ शुरू की है, जिसके तहत अब बुजुर्ग घर बैठे ऑनलाइन अपना डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट (Digital Life Certificate) जमा कर सकते हैं। यह सेवा आधार आधारित बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन के माध्यम से काम करती है और पेंशनर्स के जीवित होने की जानकारी सीधे बैंक या पोस्ट ऑफिस तक डिजिटल तरीके से पहुंच जाती है।

ऐसे भरें ऑनलाइन जीवन प्रमाण
-अपने मोबाइल में Aadhaar Face RD App और Jeevan Pramaan App डाउनलोड करें।
-ऐप में जाकर फेस स्कैन करें।
-Jeevan Pramaan App में आधार नंबर और मोबाइल नंबर डालकर OTP से वेरिफाई करें।
-कैमरे से फोटो क्लिक करें और सबमिट करें।
-सबमिट करने के बाद Certificate ID और PPO नंबर के साथ डाउनलोड लिंक मिल जाएगा।
इसके अलावा 80 वर्ष से अधिक उम्र के सुपर सीनियर सिटिजन और दिव्यांग पेंशनर्स के लिए सरकार ने विशेष सुविधा दी है। अब बैंक और डाकघर डोरस्टेप सर्विस के जरिए घर जाकर डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट जमा करने की सेवा दे रहे हैं। इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के एजेंट भी घर पहुंचकर यह काम कर रहे हैं, जिससे बुजुर्गों को लाइन में लगने की परेशानी नहीं होगी और उनकी पेंशन समय पर मिलती रहेगी।
इससे पेंशनर्स को अपने जीवित होने का सबूत देने के लिए ट्रेजरी या बैंक के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। यह सुविधा बुजुर्गों को तकनीकी मदद के जरिए आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।







