लखनऊ, 9 नवंबर 2025:
करीब साढ़े तीन हजार करोड़ रुपये की ठगी के आरोपी अनुभव मित्तल का एक और सनसनीखेज कारनामा सामने आया है। जिला जेल में बंद मित्तल ने पुलिस के एक सिपाही के मोबाइल से इलाहाबाद हाईकोर्ट के एक न्यायाधीश को धमकी भरा ईमेल भेज दिया। उसमें लिखा था कि लखनऊ बेंच के एक जज की हत्या की साजिश रची जा रही है।
जांच में खुलासा हुआ कि अनुभव ने यह ईमेल खुद नहीं भेजा, बल्कि चालाकी से फोन में टाइमर सेट कर दिया था ताकि संदेश अगले दिन अपने आप भेजा जाए। ईमेल महेंद्र कुमार नाम से भेजा गया था।
पुलिस कमिश्नर लखनऊ के आदेश पर साइबर सेल और क्राइम ब्रांच ने जांच शुरू की। तकनीकी पड़ताल में पता चला कि ईमेल पुलिस लाइन में तैनात सिपाही अजय कुमार के फोन से गया है। पूछताछ में अजय ने बताया कि वह 4 नवंबर को अनुभव मित्तल को पेशी पर ले गया था। उसी दौरान अनुभव ने “केस का स्टेटस देखने” के बहाने फोन मांगा और ईमेल आईडी बना ली।
मामले की तहकीकात में पुलिस को पता चला कि यह ईमेल जेल में बंद एक अन्य कैदी आनंदेश्वर अग्रहरि को फंसाने की साजिश थी। आनंदेश्वर अपनी पत्नी की हत्या के आरोप में दिसंबर 2023 से जेल में बंद है। वह जेल अस्पताल में काम करता है। दोनों के बीच पुरानी रंजिश बताई जा रही है।
ईमेल में आनंदेश्वर पर गंभीर आरोप लगाए गए। कहा गया कि वह जेल में मोबाइल फोन का इस्तेमाल करता है। जमानत अर्जी खारिज होने से नाराज होकर जज की हत्या की योजना बना रहा है। इसके लिए उसने बंदियों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। वे दोनों बंदी अब छूट चुके हैं।
मामले के खुलासे के बाद जेल चौकी इंचार्ज अरविंद कुमार ने गोसाईंगंज थाने में अनुभव मित्तल और सिपाही अजय कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। जेल प्रशासन ने भी आंतरिक जांच शुरू कर दी है।
मालूम हो कि 3700 करोड़ रुपये की ठगी के मामले में अनुभव मित्तल पर कुल 324 मुकदमे दर्ज हैं। उसकी पत्नी आयुषी और पिता सुनील मित्तल भी सह-आरोपी होने के साथ जेल में बंद हैं। एसटीएफ ने 2017 में अनुभव को गिरफ्तार किया था और तब से वह जेल में है।






