लखनऊ, 12 नवंबर 2025:
दिल्ली ब्लास्ट की जांच अब नए मोड़ पर पहुंच गई है। जांच एजेंसियों की नजरें अब लखनऊ की डॉक्टर शाहीन और उसके नेटवर्क पर टिकी हैं। बताया जा रहा है कि सफेदपोश आतंकी नेटवर्क के खिलाफ चल रहे अभियान में फरीदाबाद से गिरफ्तार की गई डॉ. शाहीन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े संगठन जमात-उल-मोमिनात की सक्रिय सदस्य थी।
जांच से जुड़े अधिकारियों के अनुसार शाहीन की पाकिस्तान के कई संपर्कों से बातचीत था। जमात-उल-मोमिनात को जैश सरगना हाफिज सईद ने बनाया था। इसकी कमान उसकी बहन सादिया अजहर के पास है। जांच में यह भी सामने आया है कि शाहीन भारत में जैश की महिला भर्ती शाखा से जुड़ी थी। उसे विशेष तौर पर कॉलेजों और विश्वविद्यालयों से युवतियों को संगठन से जोड़ने का जिम्मा मिला था।
डॉ. शाहीन कन्नौज के राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय और कानपुर के गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज में कार्य कर चुकी है। उसकी शादी महाराष्ट्र के जफर हयात से हुई थी, लेकिन 2015 में दोनों का तलाक हो गया।
सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि शाहीन के तार न केवल जैश-ए-मोहम्मद बल्कि अंसार गजवा-उल-हिंद जैसे आतंकी संगठनों से भी जुड़े हो सकते हैं। जांच में उसके भाई डॉ. परवेज का नाम भी सामने आया है, जिसने हाल ही में लखनऊ के मड़ियांव इलाके में नया घर लिया था।
अब जम्मू-कश्मीर पुलिस ने देशभर के कई शैक्षणिक संस्थानों पर निगरानी बढ़ा दी है, क्योंकि आईएसआई भारत में आईएस की तर्ज पर महिलाओं को आतंकी नेटवर्क में शामिल करने की साजिश रच रही है। फिलहाल जांच जारी है। एजेंसियां शाहीन के डिजिटल साक्ष्य और संपर्क सूत्रों की गहराई से पड़ताल कर रही हैं।






