लखनऊ, 13 नवंबर 2025:
यूपी की राजधानी लखनऊ के पॉश इलाके डालीबाग में माफिया मुख्तार अंसारी के कब्जे से छुड़ाई गई जमीन पर अब गरीबों का आशियाना बस गया है। सरदार वल्लभभाई पटेल आवासीय योजना के तहत बने ये 72 ईडब्ल्यूएस फ्लैट बेहद प्राइम लोकेशन पर हैं। इसलिए इन्हें पाने के लिए 8,100 से ज्यादा लोगों ने आवेदन किया था।
हालांकि, लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने अब एक सख्त नियम जोड़ा है। इन फ्लैटों को आवंटी 25 साल तक बेच नहीं सकेंगे। यह शर्त रजिस्ट्री में जोड़ी जाएगी। निबंधन विभाग को भी इसकी जानकारी दी जाएगी ताकि कोई लाभार्थी कम कीमत में मिला फ्लैट मुनाफे के लिए न बेच सके।

आवंटियों को 10.70 लाख रुपये में दिए गए ये फ्लैट बाजार में 25 लाख रुपये से ज्यादा मूल्य के माने जा रहे हैं। मालूम हो कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 5 नवंबर को इन फ्लैटों की चाबियां आवंटियों को सौंपी थीं। एलडीए अधिकारियों का कहना है कि यह कदम गरीबों को वास्तविक लाभ पहुंचाने और सस्ती आवास योजनाओं की पारदर्शिता बनाए रखने के लिए जरूरी है।






