लखनऊ, 17 नवंबर 2025:
राजधानी लखनऊ स्थित बीबीडी यूनिवर्सिटी में सोमवार को पहला दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छात्रों को उपाधियां प्रदान कीं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। समारोह में दो बैच के 5746 विद्यार्थियों को मेडल और उपाधियां दी गईं।
मुख्यमंत्री योगी ने अपने संबोधन में कहा कि जीवन में हमेशा समाधान की ओर बढ़ना चाहिए। अगर हम समस्या की तरफ जाएंगे तो वही मिलेगी, लेकिन समाधान की तरफ बढ़ेंगे तो रास्ते बनेंगे। मंच पर जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह भी मौजूद थे। छात्रों से संवाद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि बीबीडी से निकलने वाला हर विद्यार्थी भविष्य में देश और प्रदेश को नई दिशा देगा। उन्होंने कहा कि दीक्षांत समारोह भारत की प्राचीन गुरुकुल प्रणाली का ही आधुनिक रूप है।

योगी ने संस्थान के संस्थापक स्वर्गीय अखिलेश दास को याद करते हुए कहा कि उन्होंने शिक्षा के साथ खेलों को जोड़कर एक मजबूत परंपरा बनाई। जब हम दुनिया से 10 कदम आगे की सोच रखेंगे, तब दुनिया हमारे पीछे आएगी। AI आज की आवश्यकता है, लेकिन ध्यान रहे AI आप संचालित करें, AI आपको संचालित न करे।
उन्होंने कहा कि यूपी केंद्र सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन में देश में शीर्ष तीन राज्यों में शामिल है। कोविड काल का उदाहरण देते हुए कहा कि महामारी के कठिन समय में भी भारत ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति तैयार की, जो दूरदर्शी प्रयास था। 2017 से पहले यूपी पहचान के संकट में था। 2017 से पहले उत्तर प्रदेश असुरक्षा, पलायन और निवेश की कमी से जूझ रहा था। युवा परेशान थे, बेटियाँ सुरक्षित नहीं थीं, व्यापारी भय में थे। पहले से लगाए निवेश तक हट रहे थे। उन्होंने आगे कहा कि कानून-व्यवस्था में सुधार से निवेश के अवसर बढ़े और स्थिति पूरी तरह बदली। जिस प्रदेश में पाँच साल में 50 हजार करोड़ निवेश मिलना मुश्किल था, वहाँ 8 साल में 45 लाख करोड़ का निवेश आया है।






